एकमत ना होना

आप भले ही एक दूसरे से बहुत प्यार करते हों लेकिन कई बार ऐसे मुद्दे होते हैं जिन पर आपकी राय आपस में मिलती नहीं है। यह असहमति जरूरी नहीं है कि किसी खास चीज को लेकर हो। यह टीवी चैनल, खाना, कपड़े आदि को लेकर भी हो सकती है। आइए जानते हैं कौन से वे मुद्दे हैं जिन पर पुरुष और महिलाओं की राय एक दूसरे से जुदा होती है।
एक्ट्रेस को लेकर

अगर कोई पुरुष किसी एक्ट्रेस को 'सेक्सी' या 'खूबसूरत' कहता है तो महिला को लगता है कि वो एक्ट्रेस के शारीरिक गठन या फिगर की तरफ आकर्षित हो रहा है। ऐसे में महिलाओं की राय इसके उल्ट होती है जो पुरुषों की राय से मेल नहीं खाती है।
म्यूजिक को लेकर

कई बार महिलाओं को रोमांटिक या दिल को छू लेने वाला संगीत पसंद होता है। इसके विपरीत देखा जाता है कि पुरुषों को शोर शराबे और तड़कते-भड़कते गाने पसंद आते हैं जिन्हें महिलाएं कम ही पसंद करती हैं।
मेकअप को लेकर

पुरुषों को महिलाओं का ज्यादा मेकअप करना कम ही पसंद आता है। इसके साथ उन्हें मेकअप में मौजूद गिल्टर का अपने चेहरे और कपड़ों पर लग जाना बिल्कुल नहीं सुहाता लेकिन महिलाएं बहुत खुश होती हैं अगर पुरुषों के चेहरे और कपड़े पर मेकअप और गिल्टर के निशान रह जाते हैं। महिलाएं इसे काफी एंन्जॉय करती हैं।
बालों को लेकर

कई बार पुरुषों को महिलाओं को कोई खास हेयर स्टाइल ज्यादा पसंद आता है जैसे बालों का बंधा होना या खुला होना लेकिन महिलाएं इससे इत्तेफाक नहीं रखती हैं और उन्हें बालों का अलग स्टाइल ही पसंद आता है।
टीवी सीरियल

ज्यादातर घरों में टीवी पर क्या चलेगा इसे लेकर एकराय नहीं होती है। पुरुषों को एक तरफ न्यूज और स्पोर्टस के चैनेल पसंद आते हैं तो महिलाओं को टीवी सीरियल देखने में काफी मजा आता है जो कि कई बार लड़ाई का कारण भी बन जाती है।
खाने को लेकर

कई बार के मेन्यू को लेकर भी एकराय नहीं बन पाती है। पुरुषों को खाने में पिज्जा चाहिए तो महिलाओं का कहना होता है कि इसके ज्यादा सेवन से मुझे पेट की समस्या हो जाती है। इस तरह के कई और आहार हैं जिन पर एकमत होना मुश्किल हो जाता है।
सही दिशाओं को लेकर

कई बार रास्तों को लेकर भी मतभेद हो जाते हैं। रास्ता भूल जाने पर पुरुष अगर दांए तरफ मुड़ते हैं तो महिलाओं की राय इसके विपरीत होती है वो बाएं चलने की सलाह देती हैं। ऐसे में दोनों के बीच एक राय नहीं बन पाती है।
देर से आना

पुरुषों को इंतजार करवाने वाली लड़कियां कम पसंद आती हैं। इसके बारे में जब वो बोलते हैं कि 'तुम आखिर क्यों हमेशा देर से आती हो' तो महिलाएं का जबाव होता है 'हर कोई देर से आता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता '।
पर्सो पर पैसे खर्च करना

महिलाओं की बैग को लेकर दीवानगी जगजाहिर है। ऐसे में अगर पुरुष उन्हें बैग के लिए एक निश्चित रकम खर्च करने को कहे तो महिलाओं को जवाब होता है 'तुम्हारे पास क्रिकेट मैच की टिकट में खर्च करने के पैसे हैं? मेरा पर्स मैच की टिकट से ज्यादा स्थायी है।'