जीवन को छोटा कर सकती हैं रोजमर्रा की ये आदतें

लंबा और स्वस्थ जीवन हम सब जीना चाहते हैं। और एक वक्त ऐसा आता है जब हम जीवन को लंबा करने के तरीकों के बारे में पढ़ते है। लेकिन, क्या आपने कभी ऐसी बातों पर गौर किया है जो आपके जीवन को छोटा कर रही हैं। रोजमर्रा की ये चीजें आपको तेजी से मौत की ओर ले जा रही हैं। यह बातें दिखने में इतनी खतरनाक नहीं लगती, लेकिन हमारे स्वास्थ्य पर कुछ ज्यादा ही गंभीर प्रभाव छोड़ सकती हैं। आइए रोजमर्रा की इन आदतों पर नजर डालते हैं जो आपके जीवन पर विपरीत असर डाल रही हैं। image courtesy : getty images

लंबे समय तक अकेले रहना आपको मौत के करीब ले जा सकता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के एक अध्ययन के अनुसार, जो महिला या पुरुष लंबे समय तक सेक्स नहीं करते उनकी उम्र अन्य लोगों की तुलना में कम होती है। इसलिए अपने लिये प्यार की तलाश शुरू कर दें। image courtesy : getty images

कुर्सी पर लंबे समय तक बैठ कर काम करना देर सेहत के साथ किसी खिलवाड़ से कम नहीं। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के शोध के अनुसार, जो महिलाएं एक दिन में छह घंटे से ज्यादा समय बैठे-बैठे बिताती हैं, उनमें अन्य महिलाओं की अपेक्षा जल्दी मरने की आशंका 37 फीसदी ज्यादा होती है, जो तीन घंटे से भी कम समय एक ही स्थान पर बैठी रहती हैं। पुरूषों में यह आशंका लगभग 18 फीसदी होती है। इसलिए जो लोग अपना ज्यादातर समय बैठ कर काम करने में बिताते हैं, उन्हें बीच-बीच में उठकर थोड़ा चलना चाहिए। image courtesy : getty images

ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी और चैपल हिल में नार्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी द्वारा अनुसंधान के अनुसार, जो लोग अपने दोस्तों की उपेक्षा करते हैं, उनमें अपनी समकक्षों की तुलना में मृत्यु की उच्च दर पाई जाती है। वास्तव में, दोस्तों के बड़े समूह के साथ बुजुर्ग लोगों पर एक परीक्षण से पता चला कि ऐसा लोगों में मरने की संभावना लगभग 22 प्रतिशत कम पाई जाती है। और यह सामाजिक कनेक्शन आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ मस्तिष्क स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। image courtesy : getty images

एक दिन में तीन घंटे या उससे ज्यादा देर तक टीवी देखने से भी उम्र कम होती है। यानी समय से पहले मृत्यु की आशंका ज्यादा होती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने 13,284 युवाओं पर लंबे समय तक किए गए अध्ययन के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि जो लोग रोजाना तीन घंटे से ज्यादा टीवी देखते हैं, उन्हें समय से पहले मृत्यु का खतरा हर दिन तीन घंटे से कम समय तक टीवी देखने वालों की तुलना में दो गुना ज्यादा होता है। image courtesy : getty images

रेड मीट खाने से मृत्यु दर का जोखिम बढ़ जाता है, क्योंकि इसमें अत्यधिक संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल होता है। द अर्काइव्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में लिखा है कि अधिक मात्रा में मांस का सेवन करने वाले लोग कम सेवन करने वालों की तुलना में दस वर्ष पहले मर जाते हैं। इसलिए अपने आहार में रेड मीट के सेवन को सीमित करें। प्रति सप्ताह दो बार रेड मीट लेना सही रहता है। image courtesy : getty images

63 प्रतिशत! अगर आप बेरोजगार है तो अकाल मृत्यु का खतरा इतना बढ़ जाता है। कनाडा के शोधकर्ताओं ने ये आंकड़े 15 देशों में 20 लाख लोगों 40 साल के डेटा पर विश्लेषण करके उद्धृत किये हैं। image courtesy : getty images

लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक सफर करना आपके तनाव के स्तर को बढ़ाता है और इसका नकारात्मक असर बैठे रहने से भी ज्यादा होते हैं। यह स्वस्थ गतिविधियों में भाग लेने की संभावना को कम कर देता है। अम्यो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, लगातार 31 मील या अधिक का सफर करने वाली महिला यात्रियों को कम जीवन-अवधि के जोखिम पर पाया गया। image courtesy : getty images

हंसी वास्तव में हर मर्ज की दवा है। लेकिन आज के समय में तो लगता है कि लोग जैसे हंसना भूल ही गये हैं। कार्डियोलोजी के इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हंसी की प्रवृत्ति हृदय रोग से व्यक्तियों की रक्षा कर सकती हैं। हंसी से तनाव कम, रक्तचाप में सुधार और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा मिलता है। image courtesy : getty images

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, रात में पांच घंटे से कम और नौ घंटे से अधिक सोना आपकी उम्र को छोटा कर सकता है। क्रोनिक नींद की कमी हृदय रोग, मधुमेह, कुछ तरह के कैंसर, पागलपन, संज्ञानात्मक और स्मृति समस्याओं, वजन और जल्दी मौत का एक बड़ा जोखिम के साथ जुड़ा हुआ होता है। image courtesy : getty images

एक नए अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक शराब के सेवन से आप तेजी से मृत्यु के नजदीक पहुंचते हैं। डेली मेल में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक शोधकर्ताओं ने पाया कि औसतन आम लोगों की तुलना में शराब पीने वालों की मौत करीब 20 साल पहले ही हो जाती है। जर्मनी में शोधकर्ताओं ने शराब पीने वाले 149 व्यस्कों से संबंधित 14 साल के आंकड़ों का अध्ययन किया और पाया कि शराब का सेवन करने वाली महिलाओं की मृत्युदर आम महिलाओं के मुकाबले औसतन 4.6 गुना ज्यादा है जबकि यह अनुपात पुरुषों में दोगुना है। image courtesy : getty images
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