घर में पौधे

बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं की त्वचा में ढीलापन भी बढ़ने लगता है। ये आपकी त्वचा के ढीलेपन को दूर करने के लिए आपको घर के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी अगर आप घर में धनिया, अजवाइऩ, कैमोमाइल आदि के पौधे लगाएगीं। इन पौधों का प्रय़ोग से आप अपनी त्वचा के ढ़ीलेपन का इलाज आसानी से कर सकती है। इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए ये स्लाइडशो पढ़े। Image Source-getty
अजवाइन का पौधा

अजवाइन का पौधा गमले में आसानी से लगाया जा सकता है। तीखे स्वाद वाला अजवाइन व्यंजनों का स्वाद बढ़ाता है।आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन पाचन को दुरुस्त रखती है। यह कफ, पेट तथा छाती के दर्द और कृमि रोग में फायदेमंद होती है। अजवाइन की रासायनिक संरचना में फास्फोरस, लौह, पोटैशियम, सोडियम, रिबोफ्लेविन, थायमिन, निकोटिनिक एसिड अल्प मात्रा में, आंशिक रूप से आयोडीन, शर्करा, सेपोनिन, टेनिन, केरोटिन और स्थिर तेल 14.8 प्रतिशत पाया जाता है।Image Source-getty
कैमोमाइल का पौधा

कैमोमाइल एक प्राचीन पौधा है, जिसका कई औषधीय उपचारों में इस्तेमाल होता है। कैमोमाइल का सेवन हाइपरग्लिकेमिया, पेट की गड़बड़ी, मोटापे की समस्या और घबराहट की बीमारी के उपचार में मददगार है। कैमोमाइल पेट के साथ त्‍वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह पेट की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को सुचारु करता है, इससे खाना आसानी से पचता है। Image Source-getty
हल्दी का पौधा

हल्दी अदरक की प्रजाति का पौधा है। कील मुंहासों पर लेप के रूप में इसे लगाने से या दूध में मिला कर त्वचा में लगाने से रंग निखरता है। गर्म दूध में लेने से कफ और खांसी ठीक होती है। दिल की बीमारियों में भी यह काफी लाभदायक मानी जाती है।Image Source-.manataka.org
गुलमेंहदी का पौधा

इस वार्षिक फूल के पौधे को ग्रीष्म ऋतु के शुरुआत में लगाया जा सकता है। मध्य गर्मियों में यह फूल खिलने लगते है। यह फूल गंद्धराज, गुलाब या केमिलिया की तरह के होते है और इन्हें सफेद, गुलाबी और लाल रंग जैसे कई रंगो में पाया जा सकता है। गुलमेंहदी के सुरक्षा के लिए आंशिक या पूर्ण सूरज की रोशनी पर्याप्त है।Image Source-getty