आदतें जो बनाती हैं बेकार पैरेंट्स

शिशु को जन्म देना जितना मुश्किल होता है, अच्छे मात-पिता बनना उससे कहीं ज्यादा मुश्किल होता है। आप के द्वारा दी गई परवरिश और सिक्षा ही आपके बच्चे के व्यक्तित्व का निर्माण करती है। बच्‍चा आपको देख कर भी कई सारी चीजें सीखता है। तो ये बेहद जरूरी है कि आप उसके साथ ही नहीं बल्कि उसके सामने भी ठीक तरह से पेश आएं और कुछ बातों का खयाल रखें। आपको जानना जरूरी है कि आपकी कुछ आदतें आपको बना सकती हैं बेकार पैरेंट्स। Images source : © Getty Images
हर समय बच्चे की आलोचना

अधिकांश माता-पिताओं की आदत होती है कि वे दूसरों के सामने अपने बच्‍चे को बुरा बताते हैं, कोसते हैं और उसकी भावनाओं को नहीं समझते। बच्‍चे के मन की बात समझें और उसको दूसरों के सामने बेइज्जत न करें। इससे बच्‍चे को बहुत ज्यादा शर्मिंदगी महसूस होती है और उसका मनोबल टूटने लगता है। आपकी इस आदत से उस पर काफी नकारात्‍मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे बच्‍चे अकसर बढ़े होने के बाद भी दब्‍बू और शर्मीले रहते हैं। साथ ही जो माता-पिता अपने बच्‍चे के प्रयासों की सराहना नहीं करते हैं उनके बच्चे भी मानसिक तौर पर दबे रह जाते हैं। Images source : © Getty Images
जरूरत से ज्यादा प्रतिबंध लगाना

बच्‍चों पर पाबंदी लगाएं, लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है। कोई भी चीज़ ज़रूरत से ज्यादा हो तो नुकसान देती है। तो बच्चे पर अपने द्वारा लगाई जा रही पाबंदियों की एक सीमा तय करें। उन्हें थोड़ी आज़ादी भी दें ताकि इससे उन्‍हें खुद से अच्‍छी व बुरी चीजों में फर्क सीखने का मौका मिले। हमेशा याद रखें, बच्‍चा खुद ज्यादा सीखता है और प्रकृति ही सबसे बड़ी शिक्षक होती है। हां, अपना मार्गदर्शन और नज़र उस पर हमेशा बनाए रखें। Images source : © Getty Images
बच्चों के सामने झगड़ा करना

अकसर देखा जाता है कि कई माता-पिता अपने बच्‍चों के सामने ही झगड़ा करना शुरू कर देते हैं। लेकिन ऐसा कतई न करें, इससे बच्‍चे पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और उसके मन में समाज और आपके प्रति अच्‍छी छवि नहीं रह जाती है। फ्र भले ही आप बहुत अच्‍छे दम्‍पत्ति क्यों ना हों, लेकिन आपका बच्‍चा आपको हमेशा बुरा ही मानेगा।Images source : © Getty Images
हमेशा डांटना या और मारना

बुरा काम करने पर डांटने में कोई बुराई नहीं है। कई कई अभिभावक अपने बच्‍चों पर हमेशा चिल्‍लाते रहते हैं, और हर छोटी बात पर उनकी काम खिचाई कर डालते हैं। लेकिन आपका ऐसा नहीं करेना चाहिये, अपने बच्‍चे पर हर बात पर न चिल्‍लाएं नहीं और ना ही उसे बहुत मारें। गलती होने पर समझाएं, प्‍यार से सही गलत का फर्क बताएं। जब वह बिल्‍कुल ना मानें, तब ही डांट लगाएं।Images source : © Getty Images