दिमाग को रखें स्वस्थ

दिमाग पूरे शरीर को संचालित करने वाला अंग है, अगर दिमाग स्वस्थ है तो आप भी स्वस्‍थ हैं, अगर यह अस्वस्थ है तो आप भी अस्वस्थ‍ हैं। क्या आपने यह ध्यान दिया है कि आप छोटी-छोटी चीजों को याद नहीं कर पाते हैं, रोजमर्रा की चीजें भी भूल जाते हैं। क्या आपको लगने लगा है कि आपका दिमाग अब पहले जैसा क्रिएटिव नहीं रहा। अगर ऐसा है तो आपके दिमाग के ग्रे सेल्स खतरे में हैं। इसे बेहतर बनाने के लिए अपनी दिनचर्या को देखने की जरूरत है। इस स्लाइडशो में हम आपको बता रहे हैं कि आपकी किन-किन आदतों से आपके दिमाग को नुकसान हो रहा है और याद्दाश्त कमजोर हो रही है।
डिप्रेशन यानी अवसाद

तनाव हमारे पूरे शरीर का दुश्मन है, इसलिए इससे बचने की कोशिश करनी चाहिए। इसका सबसे बुरा असर दिमाग पर पड़ता है। जब हमें तनाव होता है, तब हमारी किडनी कॉर्टिसॉल नामक केमिकल पैदा करती है। ज्यादा मात्रा में कॉर्टिसॉल के उत्पादन से दिमाग की कोशिकायें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
बीमारी में भी काम करना

कुछ लोग बीमारी में शरीर को आराम देने के लिए मेहनत नहीं करते हैं, लेकिन कंप्यूटर और मोबाइल पर लगे रहते हैं। इसका सबसे बुरा असर दिमाग पर पड़ता है और वह कमजोर होता है। इसके अलावा अगर आपको संक्रमण है तो दिमाग को लिंफ नोड्स को संक्रमण से लड़ने के लिए संदेश मिलता है, ऐसे में अगर आप इससे काम करवायेंगे तो दिमाग कमजोर होगा ही, इससे दिमाग की ग्रे सेल्स भी नष्‍ट हो सकती हैं। अगर आप बुखार में दिमागी काम कर रहे हैं तो बुखार तो बदतर होगा साथ ही दिमाग भी ओवरहीट हो जायेगा। इसलिए बीमारी में आराम करें और भरपूर नींद लें।
अस्वस्थ खानपान

खानपान को लेकर लापरवाही करने से शरीर कमजोर होता है साथ ही दिमाग भी कमजोर होता है। इसलिए ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक समय पर और स्वस्थ खाना खाना चाहिए। सुबह के समय नाश्ता न करने से दिमाग सक्रिय नहीं रहता और आप ऑफिस में अपना बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते। इसके अलावा अगर आपने लंच या डिनर में अधिक खा लिया तो आपका दिमाग उलझन में आ जायेगा। इसका असर इंसुलिन पर पड़ेगा और इससे मोटापे के साथ डायबिटीज का खतरा बढ़ जायेगा।
अस्वस्थ जीवनशैली

भरपूर नींद न लेना, व्यायाम न करना, आलसी जीवनयापन करना, आदि आपके दिमाग को कमजोर कर रहा है। अगर आप देर रात चैटिंग करते हैं तो इसका असर आपके दिमाग पर पड़ेगा। आलसी लोगों का दिमाग इसलिए कमजोर हो जाता है क्यों कि वे इससे अधिक काम नहीं लेते, आप दिमाग का जितना अधिक प्रयोग करेंगे यह उतना अधिक शॉर्प और क्रिएटिव होगा। इसके अलावा रोज व्यायाम करने से दिमाग को एनर्जी मिलती है और वह अधिक बेहतर तरीके से काम कर पाता है।
धूम्रपान को कहें ना

धूम्रपान आपके जीवन को कम करता है साथ ही आपके दिमाग को भी कमजोर बनाता है। मैकगिल यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में यह सामने आया है कि धूम्रपान से कॉर्टेक्स पर असर पड़ता है, जो आपकी स्मरण शक्ति और लैंग्वेज स्किल्स के लिए खतरनाक है। इसके अलावा शरीर में पानी की कमी न होने दें और भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करते रहें।