सच्ची दयालुता क्या है

दया भाव यानी दयालुता की भावना इंसान की एक ऐसी खूबी है जो उसे स्वत: अच्छाइयों की तरफ ले जाती है। इसमें किसी को क्षमा करने की भावना आपको ऐसी प्रवृत्ति की ओर ले जाती है कि नुकसान पहुंचाने वाले को भी आप क्षमा कर सकें। आप महसूस कर सकते हैं कि ऐसा कहना तो आसान है पर व्यावहारिक रूप में लाना मुश्किल। लेकिन अगर आप सचमुच में दयालु इनसान हैं तो आपके अंदर कुछ गुण हो सकते हैं। image courtesy - getty
दूसरों की भावनायें

अगर आप दयालु हैं और आपके अंदर प्रेम की भावना है तो आप आसानी से दूसरों की भावनाओं को समझ पायेंगे। अगर कोई दुखी है या सुखी है उसकी प्रवृत्वि और उसके स्‍वभाव के आधार पर आप आसानी से उसकी भावनाओं के प्रति झुकेंगे। यानी दयालुता की पहली निशानी यही है कि आप बड़ी आसानी से दूसरों की भावनाओं से खुद को जोड़ पाते हैं। image courtesy - getty
पैसे का महत्व नहीं

वर्तमान में सबकी ख्‍वाहिश होती है कि उसके पास बहुत सारे पैसे हों और उन्‍हीं से वह संसार की सारी खुशियों को खरीद ले। लेकिन जो लोग दयालु होते हैं उन्‍हें पैसे का मोह बिलकुल भी नहीं होता, वे सेवा भाव को प्रमुखता देते हैं और पैसे के प्रति बिलुकुल भी आकर्षित नहीं होते हैं। अगर आपका आकर्षण पैसे के प्रति बिलकुल नहीं है तो आप दयालु हैं। image courtesy - getty
सहानुभति रखते हैं

अगर हम किसी को प्‍यार देंगे और उसके बारे में अच्‍छा सोचेंगे तो जाहिर सी बात है बदले में हमें प्‍यार और अपनापन मिलेगा। इसे ही सहानुभूति की भावना कहते हैं जो आपको दूसरे के प्रति दयावान बनाती है। दयालु व्‍यक्ति लोगों से ईर्ष्‍या नहीं रखता बल्कि वह दूसरों की मदद करने की हमेशा सहानुभूति रखता है। image courtesy - getty
खुद के प्रति दयालु होना

खुद के प्रति दयालुता की भावना भी आपको दयालु बनाती है, अगर आप खुद से प्‍यार नहीं करते हैं तो दूसरों के प्रति आप बिलकुल भी दयालु नहीं हो सकते। इसलिए दयालु होने के लिए बहुत जरूरी है कि आप खुद को प्‍यार करें, अपने आप को सम्‍मान दें। image courtesy - getty
दूसरों को सिखाते हैं

दयालु व्‍यक्ति का एक गुण यह भी है कि वे हमेशा दूसरों को शिक्षा देना चाहते हैं, वे अपनी भावनाओं और अपने विचारों को दूसरों को सुनाना चाहते हैं। जिससे कि लोग उनके आदर्शों और विचारों से सीखें, ऐसे लोग अपने इस गुण को लोगों के अंदर भी देखना चाहते हैं। इनको लगता है कि इनके द्वारा दिखाये गये रास्‍ते पर चलने से सबका भला होगा और लोग अच्‍छाई के रास्‍ते पर चलेंगे। image courtesy - getty
एक जगह ध्यान केंद्रित करना

अगर आप दयालु हैं तो जाहिर सी बात है कि आपका दिमाग भी शांत होगा और आप आसानी से एक ही जगह पर ध्‍यान केंद्रित कर पाने में सफल होंगे। दयालु लोगों का एक गुण यह भी है कि वे एक बार में एक ही काम को वरीयता देते हैं, अगर उनके साथ कोई बैठा है और फोन की रिंग बज रही है तो अपना पहले वाला काम निपटायेंगे फिर दूसरे पर ध्‍यान देंगे। image courtesy - getty
भावनात्मक रूप से बुद्धिमान

दयालु होने पर आपके दिमाग पर आपकी भावनायें हावी हो जाती हैं, लेकिन अगर आप दिमाग और भावनाओं का सही संतुलन बनाकर काम करते हैं तो आसानी से लोगों की मदद कर पाते हैं। अगर आप अपनी भावनाओं के साथ-साथ दिमाग का भी प्रयोग करते हैं तो आपकी नैतिक भावनायें और भी प्रबल हो जाती हैं। दिमाग का प्रयोग करके आप यह जान पाते हैं कि अन्‍य लोगों की भावनायें कैसी हैं। image courtesy - getty
आभार व्यक्त करते हैं

दयालु लोग आभार व्‍यक्‍त करना नहीं भूलते हैं। यह आपकी सकारात्‍मक भावनाओं को उजागर करती हैं, और आपके अच्‍छे गुणों को दूसरों के सामने रखती हैं। अगर आपकी किसी ने मदद की है बदले में आपके द्वारा बोला गया धन्यवाद उसे प्रेरित करता है। तो अगर आप दयालु हैं तो आप आभार व्‍यक्‍त करना नहीं भूलेंगे। image courtesy - getty