गर्भावस्था में शरीर के इन भागों में हो जाती है सूजन
गर्भावस्था के दौरान शऱीर में हार्मोन का स्तर बढ़ने के कारण कई सारे बदलाव आते हैं। इन बदलावों में सबसे पहले शरीर में होने वाले सूजन शामिल हैं। आइए जानें गर्भावस्था के दौरान शरीर के किन-किन भागों में होती है सूजन।

गर्भावस्था के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्ट्रोन और प्रोलैक्टिन जैसे हार्मोन का स्तर तेज़ी से बढ़ता है जिससे महिला के शरीर में भ्रूण को उचित वातावरण प्राप्त होता है। शुरुआत में होने वाले ये बदलाव सामान्य होते हैं लेकिन धीरे-धीरे इनसे शरीर में सूजन आ जाती है। शरीर में होने वाली सूजन का कारण ये हार्मोन्स ही होते हैं। गर्भावस्था के दौरान शरीर के इन भागों में सूजन आ जाती हैं।

गर्भावस्था के दौरान शऱीर में एस्ट्रोजन का स्तर तेज़ी से बढ़ने की वजह से शरीर में पानी जमा हो जाता है। परिणामस्वरूप ये सारा पानी जाकर टांगों में जमा होता है। इस वजह से 80% गर्भवती महिलाओं को पैरों और टखनों में सूजन की समस्या होती है। प्रसव के बाद, एस्ट्रोजन का स्तर सामान्य हो जाता है जिससे शरीर में एकत्र हुआ पानी शरीर से बाहर निकल जाता है और कुछ ही हफ्तों में सूजन समाप्त हो जाती है।

कई गर्भवती महिलाओं के होठों में भी सूजन आ जाती है। होठों के सूजन से परेशान होने की जरूरत नहीं है। शरीर में गर्भावस्था के दौरान हार्मोन्स के स्तर में बहुत ज्यादा बदलावों के बाद होठों में सूजन आती है।

गर्भावस्था की पहली निशानी होती है पेट और ब्रेस्ट का बड़ा होना। गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट में सूजन आ जाती है और वो पहले की अपेक्षा बड़े हो जाते हैं। ऐसा ब्रेस्ट में मिल्क प्रोडक्शन होने के कारण होता है। ब्रेस्ट में दूध बनने के कारण ये फूलने लगते हैं।

गर्भावस्था के दौरान कई बार महिलाओं के जननांगों में भी सूजन आ जाती है। ऐसा गर्भाशय का धीरे-धीरे बड़ा होने के कारण और पेशाब की थैली पर दबाव बढ़ने के कारण होता है। इससे यूरीन डिस्चार्ज करने में भी महिलाओं को काफी तकलीफ होती है इसलिए इसका इलाज जरूर करवाएं।
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