अल्कोहल

अल्कोहल सीधे आपके लिवर और उसकी कार्यशैली को प्रभावित कर सकता है, जब आपका लिवर स्वस्थ होता है तो शरीर में मौजूद हानिकारक पदार्थों को छान कर बाहर निकाल देता है किन्तु अल्कोहल का नियमित सेवन आपके लिवर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। ऐसे में हानिकारक पदार्थ आपके शरीर के भीतर ही रह जाते हैं। जिससे स्किन में झुर्रियां मुहांसे होने लगते हैं और चेहरे की चमक खत्म होने लगती हैं। अल्कोहल आपके शरीर में मौजूद पानी की मात्रा को कम करता है और इससे नींद भी प्रभावित होने लगती है अनिद्रा से चेहरे पर झुर्रियां जल्द आती है, आंखों के नीचे काले धब्बे आ जाते हैं जो बुढ़ापे के लक्ष्ण ला सकते हैं।
कैफीन

कैफीन न सिर्फ चाय और काफी में बल्कि सोडा और एनर्जी ड्रिंक्स में भी होते हैं, जो शरीर में पानी की मात्रा को घटाता है जिससे चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगती हैं और चेहरे पर पीलापन नज़र आने लगता है। अतिरिक्त कैफीन का सेवन आपकी नींद को भी प्रभावित कर सकता है जिससे चेहरे पर बुढ़ापा जल्दी नज़र आने लगता है। इसलिए रात को सोने से पहले कॉफी सहित कैफीन युक्त किसी भी पदार्थ का सेवन बिल्कुल ना करें।
कार्बोहाईड्रेड

कार्बोहाइड्रेड हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी हैं क्योंकि इन्ही से हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है जिन कार्बोहाईड्रेड में प्रोटीन, फाइबर और फैट मिले होते हैं वो आसानी से पच जाते हैं और खून में शूगर की मात्रा को नहीं बढ़ाते हैं, दूसरी तरफ सरल कार्बोहाइडेड ब्लड में शुगर की मात्रा को बहुत तेजी से बढ़ाते हैं जिससे हमारी उम्र बढ़ने की रफ्तार और तेज हो जाती है और चेहरे पर समय से पहले झुर्रियां दिखने लगती हैं। इसलिए अपने भोजन में सरल कार्बोहाइड्रेड की मात्रा को नियंत्रित रखें।
नमक

डाइटीशियन हमेशा शरीर में नमक की मात्रा कम रखने की सलाह देते हैं। एक वयस्क व्यक्ति को 2300 MG और ब्लड प्रेशर के मरीज को 1500 MG नमक लेना चाहिए, परन्तु देखा गया है कि लोग दिनभर में 3400 मिलीग्राम से भी ज्यादा नमक का सेवन करते हैं। इससे ना सिर्फ बीपी का खतरा बढ़ता है बल्कि वजन भी बढ़ता है, ज्यादा नमक खाने से कार्डियोवस्कुलर बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए अपने खाने में नमक की मात्रा को नियंत्रित रखने की कोशिश करें। चाहें तो इसके लिए मसालों का भी सहारा ले सकते हैं।
शक्कर

वैसे तो शक्कर हमारे शरीर का एक अभिन्न अंग है पर साथ ही यह काफी नुकसानदेह भी है, वैसे शक्कर को अपने भोजन से हम पूरी तरह निकाल तो नहीं सकते हैं पर उसकी मात्रा ज़रूर घटा सकते हैं, शक्कर प्रोटीन के साथ मिलकर एडवांस ग्लाइकेशन इंड प्रोडक्ट बनाती है जो अक्सर डीजनरेटिव डिजीज का कारक बनता है और इंसान अधिक उम्र का दिखने लगता है तो अपने खाने में शक्कर की मात्रा कम करें उसकी जगह कुदरती मिठास की चीजों को तरजीह दें।