धूम्रपान के कारण

धूम्रपान करने के कई कारण हो सकते हैं, और धूम्रपान करने वालों पर ''धूम्रपान करना सेहत के लिए नुकसानदेह है'' शब्‍द कोई मायने नहीं रखता। इसके पीछे कई कारण बताते हैं, जैसे - तनाव दूर करना, साथी का दबाव, मस्‍ती के लिए, या फिर वजन कम करने के लिए। कुल मिलाकर धूम्रपान करने वालों के भी कई प्रकार होते हैं। सामाजिक, पतले, डरपोक आदि कई प्रकार हैं धूम्रपान करने वालों के, तो आपकी श्रेणी क्‍या है उसे भी जानिये। image courtesy - getty
वजन कम करने वाले (Skinny smoker)

एक शोध की मानें तो 50 प्रतिशत महिलायें और 25 प्रतिशत पुरुष धूम्रपान केवल अपने वजन को कम करने के लिए करते हैं, उनको लगता है कि धूम्रपान करने से वजन कम होता है। जबकि ऐसा नहीं धूम्रपान करने से वजन कम होने के बजाय बढ़ता है। image courtesy - getty
डरकर धूम्रपान करना (Sneaky smoker)

लोगों से छिपाकर धूम्रपान करना, यानी ऐसे समय में धूम्रपान करना जब आपके दोस्‍त, रिश्‍तेदार, घरवाले आपके आसपास मौजूद न हों। लेकिन इस तरह से धूम्रपान करना भी नुकसानदेह है। एक शोध की मानें तो दिन में 2 बार धूम्रपान करना भी स्‍वास्‍थ्‍य के लिए खतरनाक है। image courtesy - getty
विद्रोही धूम्रपान करने वाले (Rebel smoker)

यह स्‍नीकी स्‍मोकर के बिलकुल विपरीत वाली स्थिति है। इस तरह के स्‍मोकर सबके सामने धूम्रपान करते हैं, वे किसी से भी नहीं छिपाते। अगर आप धूम्रपान के आदी हो चुके हैं तो इसे छोड़ने की कोशिश कीजिए, क्‍योंकि धूम्रपान ऐसा जहर है जो धीरे-धीरे आपकी जान लेता है। image courtesy - getty
सामाजिक धूम्रपान करने वाले (Social smoker)

ऐसे लोग किसी पार्टी में, बार में, साप्‍ताहांत में, समारोहों में ही धूम्रपान करते हैं। इसमें कुछ लोग ऐसे हैं जो ड्रिंक के साथ स्‍मोक करते हैं। यह भी आदत खराब ही है, क्‍योंकि इससे आपके शरीर में नीकोटीन जाता है। 2005 में हुये एक शोध के अनुसार सोशल स्‍मोकर धीरे-धीरे धूम्रपान के आदी हो जाते हैं। image courtesy - getty
तनाव के समय (Stressed-out smoker)

कुछ लोगों को लगता है कि तनाव से बचने का सबसे अच्‍छा तरीका है धूम्रपान करना। एक शोध की मानें तो ऐसे लोगों की संख्‍या 47 प्रतिशत है जो तनाव से बचने के लिए धूम्रपान का सहारा लेते हैं। हालांकि आपको ऐसा लगता है कि धूम्रपान करने से आप अच्‍छा अनुभव करते हैं, लेकिन वास्‍तविकता में यह शरीर के लिए नुकसानदेह है। image courtesy - getty
यह आखिरी कश है (Serial quitter)

धूम्रपान की आदत पड़ने के बाद इसे छोड़ना आसान नहीं होता। लोग स्‍मोकिंग की आदत को छोड़ने के लिए कई प्रयास करते हैं लेकिन उसमें असफल होते हैं। ऐसे लोग हर सिगरेट को अपना आखिरी सिगरेट मानते हैं, जबकि उनकी आदत छूटती नहीं है। image courtesy - getty
प्रतिबद्ध लोग (Committed smoker)

एक शोध की मानें तो ऐसे धूम्रपान करने वाले लोगों की संख्‍या 16 प्रतिशत है, जो धूम्रपान को बुरा नहीं मानते, उन्‍हें इस बात से भी कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह स्‍वास्‍थ्‍य के लिए नुकसानदेह है। ऐसे स्‍मोकर्स धूम्रपान के बिना रह नहीं पाते। धूम्रपान अधिक करने से फेफड़े का कैंसर हो जाता है, इसलिए धूम्रपान की यह लत बिलकुल भी ठीक नहीं। image courtesy - getty