वजन कम करने के लिए जरूरी हैं ये नौ फैट्स
इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट्स’ की फ़ूड टेक्नोलॉजी नामक मैगज़ीन में छपे लेख के अनुसार वजन कम करने के साथ सेहत और बीएमआई बेहतर बनाने के लिए नौ फैट्स का सेवन करना चाहिए।

हो सकता है कि आपको फैट्स की जानकारी हो। लेकिन हाल ही में इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट्स’ की फ़ूड टेक्नोलॉजी मैगजीन में छपे लेख में बताया गया कि यदि बात वजन कम करने के साथ सेहत या बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) को बेहतर बनाने की हो तो आपको नौ अलग-अलग फैटी एसिड और प्राकृतिक तेल का सेवन करना चाहिए। तो चलिये जाने कौंन से हैं ये 9 फैटी एसिड और प्राकृतिक तेल और ये कैसे काम करते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

ओमेगा -3 फैटी एसिड अपने स्वास्थ्य लाभों को लेकर काफी मशहूर है। ये दिल के स्वास्थ्य और मनोदशा में सुधार के साथ-साथ तथा चर्बी को कम करने के लिए जाना जाता है। ये सालमन मछली के अलावा भी कई चीजों से प्राप्त होता है।
Image courtesy: © Getty Images

ये फैटी एसिड पाइन नट्स में पाया जाता और जो कोरियाई लोगों में विशेष रूप से प्रचलित है। इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट्स के मुताबिक ये भूख को नियंक्त्रित करता है और पाचन को सुधारता है।
Image courtesy: © Getty Images

शायद आप इसका उच्चारण करने में थोड़ा समय लगा दें, लेकिन कन्जुगाटेड लिनोलिक एसिड आपके शरीर में वसा के प्रतिशत को कम कर सकता है और आपको लीन बॉडी प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
Image courtesy: © Getty Images

फ्लैक्सीड ऑयल, ओमेगा -3, ओमेगा -6 और ओमेगा -9 फैटी एसिड का एक अच्छा स्रोत होता है। फ्लैक्सीड तेल सूजन को कम करने में मदद करता है। (सूजन का संबंध वजन बढ़ने से देखा गया है।) इसे आप सलाद पर छिड़क कर खा सकते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

हेम्प ऑयल में न सिर्फ दिल और दिमाग को सेहतमंद रखने वाला ओमैगा - 3's होता है, बल्कि शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट विटामिन ई भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो आपको सेहतमंद रखता है।
Image courtesy: © Getty Images

ये आपके दिल और दिमाग के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लीनिकल नुट्रिशन के एक शोध के अनुसार मछली का तेल स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के लिए शरीर की मांसपेशी निर्माण प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है।
Image courtesy: © Getty Images

शोध बताते हैं कि यह बहुमुखी खाना पकाने का तेल टाइप 2 मधुमेह में रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार करता है। इसलिए कैनोला ऑयल का उपयोग डायबिटीज के रोगी भी थोड़ी-बहुत मात्रा में कर सकते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

इस तेल में संतृप्त वसा कम होती है। इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट्स के मुताबिक इसमें नियमित सोयाबीन तेल के मुकाबले तीन गुना अधिक मोनोसेचुरेटिड (monounsaturated) वसा होती है। अतः यह सेहत के लिए लाभदायक होता है।
Image courtesy: © Getty Images

नारियल तेल एक शक्तिशाली ऊर्जा बूस्टर है, तथा मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स का अच्छा श्रोत होता है। जो कि अन्य संतृप्त वसा की तुलना में अधिक तेजी से मेटाबॉलाइज्ड करते हैं। इसका सेवन भी सेहत के लिए लाभदायक होता है और मोटापा कम करता है।
Image courtesy: © Getty Images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।