आंखें खोलती हैं सेहत से जुड़े ये दस राज़
आंखों के रंगों में बदलाव सामान्य समस्या नहीं है, बल्कि यह खतरनाक हो सकता है, इसे हल्के में न लें और आंखों की जांच करायें।

आंखें कुदरत का सबसे अनमोल तोहफा हैं, न केवल हम इनसे दुनिया को देखते हैं बल्कि आपकी आंखों में ही आपके सेहत का राज छिपा है। आपकी आंखें बहुत कुछ कहती हैं, अगर आपको कोई बीमारी है तो उसका पता आपकी आंखों से आसानी से चल जाता है। अगर आपकी आंखों का रंग बदल रहा है तो इसे हल्के में न लें, हो सकता है यह किसी गंभीर बीमारी के संकेत हों।
image source - getty images

कुछ दिमागी बीमारियां हैं जिनके बारे में आंखें बताती हैं। सीजोफ्रेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी मानासिक बीमारी होने पर आपकी आंखों का रंग अलग होगा। जैसे सीजोफ्रेनिया होने पर व्यक्ति अपनी आंखों को एक ही बिंदु पर स्थिर नहीं रख सकता है। लेकिन हाल में हुए शोध के अनुसार ग्लूकोमा होने पर भी व्यक्ति को ऐसी परेशानी होती है।
image source - getty images

दिमाग में ट्यूमर होने पर सिरदर्द, थकान, आलस, जैसी स्थिति इसके सामान्य लक्षण हैं। लेकिन ब्रेन ट्यूमर होने पर आंखों का रंग बदलता तो है साथ ही देखने में परेशानी होती है, धुधला दिखाई देता है।
image source - getty images

थायराइड ग्रंथि का सुचारु रूप से काम करना हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। थकान, वजन कम होना या बढ़ना, बार-बार भूख लगना थायराइड ग्रंथि के ठीक से काम न करने के लक्षण हैं, लेकिन थायराइड ग्रंथि में समस्या होने पर आंखें उभरी हुई दिखती हैं। अगर आपकी आंखों में उभार हो तो यह थायराइड के संकेत हैं।
image source - getty images

मोटापे और अनियमित दिनचर्या के कारण डायबिटीज के लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डायबिटीज होने पर आंखों पर भी असर पड़ता है, इसके कारण आंखों की पुतलियों का रंग बदल जाता है और आंखों की रक्त वाहिकायें भी प्रभावित होती हैं, इसके कारण नकसीर भी हो सकता है।
image source - getty images

पीलिया होने पर उसका पता नाखूनों के अलावा आंखों के रंग से भी चल जाता है। पीलिया होने पर आंखों में एक किस्म का पीलापन और भूरापन आ जाता है। हालांकि अधिक मात्रा में वसायुक्त भोजन करने और फलों और हरी सब्जियों का सेवन कम करने के कारण भी आंखों का पीलापन बढ़ने लगता हैं। इससे देखने की क्षमता पर असर नहीं पड़ता। परंतु यदि आंखों का पीलापन लगातार बढ़ रहा है तो पीलिया की जांच करायें।
image source - getty images

मोतियाबिंद आंखों की बीमारी है, इसके कारण आंखों की रोशनी जा सकती है और आदमी अंधा भी हो सकता है। इसकी शुरूआत धुंधला दिखाई देने से होती है। यह बीमारी आंखों के पर्दे पर धुंधला धब्बे बनने के कारण होता है। अगर आंखों पर धुंधले धब्बे दिखे तो यह मोतियाबिंद हो सकता है।
image source - getty images

आदमी को यदि तनाव या अवसाद हो तो उसकी आंखें इसके बारे में बता देती हैं। तनाव के कारण अनिद्रा की समस्या होती है ओर इसकी वजह से आपकी आंखों का रंग लाल हो जाता है। हालांकि कभी-कभी यह लक्षण थॉयराइड के कारण भी हो सकते हैं।
image source - getty images

लकवा जैसे गंभीर स्ट्रोक होने पर पलकें लटकी हुई दिखाई देती हैं, हालांकि यह समस्या बुढ़ापे में होती है। लेकिन कुछ मामलों में लटकी पलकें गंभीर स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं। पलकों के लटकने के अलावा आवाज में भी लड़खड़ाहट होने लगती है। इस स्थिति में खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
image source - getty images

अगर आपकी आंखें लाल हैं और उनमें खुजली हो रही है तो यह एलर्जी के संकेत हो सकते हैं। एलर्जी होने पर आंखें लाल हो जाती हैं और छींक भी आती है। इस समय नाक बंद हो जाती है और नाक से पानी भी आता है।
image source - getty images

उच्च रक्तचाप की समस्या होने पर भी आंखों के रंग में बदलाव होता है। हाई ब्लड प्रेशर के दौरान आंखें लाल हो जाती हैं। इसके अलावा रक्त वाहिकाओं यानी ब्लड वेसेल्स के फैलने के कारण आंखों में सूजन भी हो सकती है। यह उच्च रक्तचाप के कारण होता है।
image source - getty images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।