स्वस्थ आंखों के लिए दस उपाय
आंखें कुदरतर का हमें दिया एक अनमोल तौफा हैं। इसलिए आंखों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

आंखें प्रकृति की ऐसी अनमोल नियामत है, चमकदार, बड़ी, काली और हंसती हुई आंखों हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। किसी को देखने पर सबसे पहले आंखों पर ही नज़रें टिकती है। यदी आंखों निस्तेज और थकी–थकी नजर आयें, तो चेहरे की सुंदरता ही कम हो जाती है। लेकिन हम सबसे ज्यादा इन आंखों की देखभाल को ही नज़रअंदाज कर देते हैं। लगातार घंटों तक टीवी या कम्प्यूटर के आगे बैठने, खराब खान-पान व आंखों की साफ साफाई न करने से अंधापन या लंबे समय के लिए दृष्टि हानि तक की समस्या हो सकती हैं। इसलिए आंखों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है।
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आंखों को छूने से पहले आपने हाथों को अच्छे से साफ कर लें। दरअसल हमारे हाथ गंदगी और प्रदूषित कणों से भरे रहते हैं, और जब बिना हाथ धोए हम इनसे आंखों को छुते या मसलते हैं ये हमारी आंखों में चले जाते हैं। जिसके कारण नेत्र संक्रमण या कंजक्टीवाइटस (नेत्र-शोथ) पैदा हो सकता है। इसलिए बिना हाथ साफ किये आंखों को कतई न छुएं।
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ये तो सभी जानते हैं कि धूम्रपान सेहत के लिए हानीकारक होता है, लेकिन खास तौर पर आंखों को इससे काफी हानी होती है। तांबाकू में हानिकारक कंपाउंड और निकोटीन होते हैं। अत्यधिक धूम्रपान, तंबाकू चबाने या किसी अन्य तरीके से तंबाकू के सेवन से मेक्यूलर (नेत्र तंत्रिका), आंखों का धुंधलाप, यहां तक की अंधापन भी हो जाता है। इसलिए जितना जल्दी हो, तंबाकू का सेवन बंद कर दें।
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सूरज की रोशनी हमारे शरीर के लिए अच्छी जरूर होती है, लेकिन सीमित मात्रा में। यदि आपका काम बाहर धूप में रहने का है तो हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाला यूवी प्रोटेक्शन चशमा पहनें। इससे आपको अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से होने वाली समस्याओं, जैसे मोतियाबिंद आदि से बचने में मदद मिलेगी।
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आंखों में लगी कोई चोट अपकी दृष्टि खो जाने का कारण बन सकती है। इस प्रकार की किसी समस्या से बचने के लिए बाहर निकलने पर चश्मा पहनें। खासतौर पर तैराकी करते हुए, कोई खेल खेलते समय, पटाखे फोड़ते वक्त या रसायनों के साथ काम करते समय सुरक्षा चश्मा पहनना न भूलें।
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दफ्तर या घर पर लगातार कम्प्यूटर पर काम करते समय या टीवी आदि देखते समय उससे एक उचित दूरी पर ही बैठें। लागातार तकतमी लगाए न बैठे रहें, छोड़ी ब्रेक लें और दृष्टी को इधर-उठर भी घुमाते रहें। बेहतर होगा की आप बीच-बीच में आंखों की एक्सरसाइज भी करते रहें। ऐसा करने से आपकी आंखें सलामत रहेंगी और आप जल्दी थकेंगे भी नहीं।
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आंखों को स्व्सथ रखने के लिए पौष्टिक आहार बेहद जरूरी होता है। इसलिए अपने आहार में आंखों के लिए लाभदायक खाद्य पदार्थ जैसे एप्रिकोट, गाजर, और ब्लूबेरी आदि को शामिल करें। इन सभी खाद्य पदार्थों में बीटा कैरोटीन प्रचुर मात्रा में होता है, जो कि दृष्टि के लिए अच्छे हैं।
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यदि आपको पढ़ने-लिखने में कोई परेशानी है, या फिर आपकी अच्छी दृष्टि है तब भी कम से कम साल में एक बार एक आंखों की जांच जरूर कराएं। नियमित जांच कारते रहने से आंखों से संबंधित विभिन्न बीमारियों का पता समय रहते लगाया जा सकता है, और उनका निदान भी किया जा सकता है।
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आप अपको दृष्टि में कोई भी विषमता हो रही हो तो इसे अनदेखा बिलकुल न करें। तत्काल नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलें और जांच कराएं। आपके द्वारा की गई इस समझदारी भरी तत्काल कार्यवाही से आप भविष्य में आंखों को हो सकने वाली गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं।
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अपनी आंखों को तरो ताजा रखने व स्ट्रेन से बचाने के लिए इन्हें झपकते रहें। अक्सर देखा गया है कि वे लोग जो कम्प्यूटर पर काम करते हैं, वे अपनी आंखों को काफी देर तक झपकते नहीं हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ ऐसे लोगों को हिदायत दोते हैं कि यदि वे अपनी आंखों को सलामत रखना चाहते हैं तो वे अपनी आंखें हर तीन से चार सेकंड में झपकाते रहें और आंखों के व्यायाम भी करें।
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आंखों को पानी से छपके लगाकर धोने से अत्यधिक तनाव से अपकी आंखों को राहत मिलती है। इसलिए जब कभी भी आपको अपनी आंखें तनावपूर्ण लगें, जाकर ताजे पीनी से अपनी आंखओं को धो लें।
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इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।