खाने से फैलती है उदासी

पार्टी में अगर खाना नहीं हो तो फिर पार्टी कैसी? किसी के घर जा रहे हों और साथ में चाय-कॉफी नहीं पी तो फिर मिलने-मिलाने में जोश कहां से आएगा? मतलब हर चीज में गर्माहट, उत्साह और जोश, खाने-पीने के बाद ही आता है और अगर खाने-पीने से ही उदासी फैलने लगे तब क्या किया जाए? हां ये सुनकर हैरान होने की जरूरत नहीं है कि खाना भी उदास कर सकता है। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो उबासी और उदासी फैलाते हैं। इन खाद्य पदार्थों के बारे में जानना और इनसे दूरी बरतना ही इसका बेहतर उपाय है।
वाइट ब्रेड

कोलम्बिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के डिपार्टमेंट ऑफ साइकाइट्री के जेम्स गैंग्विश के रिसर्च के अनुसार वाइट ब्रेड खाने से मन उदास हो जाता है। इस ब्रेड में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में होते हैं जो महिलाओं में उदासी पैदा करती है खासकर रजोनिवृत्ति के बाद वाली महिलाओं में ये मनोदशाओं में बदलाव और थकान पैदा करता है।
चावल

वैज्ञानिकों का कहना है कि कार्बोहाइड्रेट खाने से सामान्य तौर पर शरीर में शर्करा की मात्रा बढ़ती है। ऐसे में जब कार्बोहाइड्रेड रिफाइंड होता है तो वो शरीर में हार्मोनल बदलाव करता है। ये रिफाइंड कार्बोहाइड्रेड चावल में पाये जाते हैं और जब एक इंसान चावल खाता है तो उसमें मौजूद रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट शरीर के ग्लाइसेमिक सूचकांक को प्रभावित करता है जिससे इंसान खुद को उदास महसूस करने लगता है।
कॉफी

कॉफी में मौजूद कैफीन नींद के रुटीन को बदल देती है। नींद में कमी आने या नींद के रुटीन में बदलाव आने के कारण शरीर को पूरा आराम नहीं मिल पाता जो अंत में उदासी पैदा करता है। साथ ही ये इंसान में उत्तेजना और नर्वसनेस पैदा करता है।
अल्कोहल

अल्कोहल शरीर के नर्वस सिस्टम को स्लो कर देता है जो शरीर के समझने और सोचने की क्षमता को प्रभावित करता है। इन सारे फंक्शन के प्रभावित होने के बाद मन का उदास होना सामान्य सी बात है।
मीट

रेड मीड और प्रोसेस्ड मीट में सेचुरेटेड फैट काफी मात्रा में होता है जो शरीर में इंसुलीन के स्तर में गड़बड़ पैदा कर देता है जिससे शरीर में कैंसर, डायबीटिज़ व अन्य बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में अगर शरीर बीमार पड़ेगा तो उदास तो होगा ही।