डिप्रेशन में प्यार से डील करें

डिप्रेशन (अवसाद) के बारे में बात करना, इसके बारे में अपनी राय ज़ाहिर करना और समाधान देना शायद काफी आसान होता है, लेकिन इसका सामना करना बेहद मुश्किल। मैं खुद तो कभी डिप्रेशन में नहीं रहा, लेकिन मैने मेरे अपनो को इसकी पीड़ा झेलते देखा है। ये किसी को भी हो सकता है, इसलिये इसकी गंभीरता और इलाज को समझना बेहद ज़रूरी है। मेरा वो अपना डिप्रेस इंसान भी कई बार कुछ नहीं सुनना चाहता था और कई अजीब चीज़ें करता था। मेरी मदद की पहल भी उसे कई बार उसे विचलित और गुस्सा कर देती थी। पहले मुझे बेहद अजीब लगा लेकिन समय के साथ मैने समझा कि डिप्रेशन से ग्रस्‍त किसी इंसान से डील करने का सबसे बेहतर तरीका है प्यार के साथ बात, वो भी कुछ बातों का खयाल रखते हुए। आज मैं वो बातें आपसे साझा करना चाहता हूं ताकि आप भी किसी अपने की ऐसी स्थिति में सही मदद कर पाएं। Images source : © Getty Images
आपका वो अपना बस दुखी ही नहीं है.....

डिप्रेशन कोई दुख अवस्था नहीं, बल्कि खुद एक दुख है। किसी फ्लू या बुखार की तरह ये कहीं से भी और कभी भी बाहर आ सकता है, और आपको जकड़ सकता है। हालांकि इस बात को सोचने का एक और तरीका है, समझ लें कि आपका दोस्त डिप्रेशन के साथ एक अपमानजनक रिश्ते में फंसा है और आप उसकी निम्न स्थितियों को समझ सकते हैं। डिप्रेशन ने आपके दोस्त के सामाजिक जीवन को अपंग कर दिया है और उसके दोस्तों से उसे दूर कर दिया है। अब वो उसके जीवन में सब कुछ अधिक तनावपूर्ण बना रहा है, वो अब खुद को शक की निगाह से देखने लगा है, और सब कुछ मुश्किल हो गया है। डिप्रेशन ने आपके दोस्त को हस हद तक पहुंचा दिया है जहां उसके लिये सब कुछ बेमानी हो गया है। आपको इस स्थिति को मझते हुए ही काम करना है। Images source : © Getty Images
वे आसानी से व्याकुल हो सकते हैं, ज़रा प्यार से....

लगातार थकावट अवसाद का एक आम पक्ष प्रभाव होता है। कोई एक दिन ही बेहद भारी और थकाऊ अनुभव करा सकता है। किसी एक पल में वे पूरी तरह से ठीक लग सकते हैं, लेकिन दूसरे ही पल वे पूरी तरह से थके और ऊर्जा हीन लग सकते हैं। जब भी जबकि वे पूरी नींद ले रहे होते हैं। इसके कारण उनमें अचानक योजना रद्द कर देना, चीज़ों को बीच में ही छोड़कर चले जाने व हर बात के लिये ना कहना आदि लक्षण देखे जा सकते हैं। लेकिन इसे पर्सनल न लें. वे ऐसा आपकी वजह से नहीं कर रहे होते हैं। ये तो बस डिप्रेशन के साइड इफेक्ट्स होते हैं। तो इन स्थितियों को बेहद सावधानी, विनम्रता और प्यार के साथ हेंडल करें। Images source : © Getty Images
उनके सामने मांगे रखने, अल्टिमेटम देने आदि से बचें

जब कोई इंसान डिप्रेशन से जूझ रहा होता है तो उसे किसी भी प्रकार की बंदिश और भी भड़का देती है। तो उनके सामने मांगे रखने या अल्टिमेटम देने आदि से बचें। उनके लेट-बैक एटिट्यूड से तंग आकर उन्हें धमकी देने, कि आप उनसे दूर हो जाएंगे, उन्हें वक्त दें। थोड़ा वक्त उनका अकेले और थोड़ा अपने साथ। ध्यान रहे, इतिहास गवाह है कि सच्चे प्यार से आप कुछ भी जीत सकते हैं। Images source : © Getty Images
इंसानियत के चश्में से दिखेगी साफ तस्वीर

किसी की भावनाओं को समझने के लिये आपको सच्चे मन से उसे समझना होगा। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इंसान की इंसानियत केवल तभी जागती है, जब वह जीवन से हारने लगता है। ज्यादातर इंसानों में दुख को जाने बिना परिपक्वता नहीं आती। अगर आपको उदासी के बारे में पता है और आपको पीड़ा का भी अहसास है, तो बस उसी स्थिति में आप एक परिपक्व इंसान बन सकते हैं। वरना न तो कभी आप यह समझ पाएंगे कि आपके साथ क्या हो रहा है, और न ही कभी आप जान पाएंगे कि आसपास के लोगों के साथ क्या घटित हो रहा है। बिना दर्द को जाने कभी आपको करुणा का अहसास नहीं होता। Images source : © Getty Images