तनाव और बढ़ती उम्र

तनाव उम्र को बढ़ाने वाले प्रमुख कारकों में से एक है, अधिक तनाव के कारण अनिद्रा, झाइयां, झुर्रियां आदि की समस्‍या होती है। इसलिए तनाव पर ब्रेक लगाकर आप अपनी बढ़ती उम्र के असर को भी कम कर सकते हैं। योग एक प्राचीन तकनीक है जो श्वसन तकनीकों और मुद्राओं के संयोजन के माध्यम से सम्पूर्ण रुप से जीवन को जीने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह तनाव को दूर करने में मदद करता है। image source - getty images
कितनी देर करें

अगर आपके पास वक्‍त की कमी है, तो जरूरी नहीं कि योग के लिए 30 या 40 मिनट निकालें। मात्र 10 मिनट योग करके आप तनाव दूर कर सकते हैं। 'हीलिंग मूविंग योगा' जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, सुबह के वक्‍त केवल 10 मिनट योग करके आप अपने दिन की शुरूआत तनाव रहित और खुशनुमा बना सकते हैं। तो क्‍यों न रोज तनाव के लिए 10 मिनट निकालें। image source - getty images
बालासन करें

इसे चाइल्‍ड पोज भी कहते हैं, यह बहुत उपयुक्त माना जाने वाला आसन है जो तनाव को दूर करता है। इस आसन के दौरान आपके कूल्हों, जांघों, एड़ियों में हल्‍का सा खींचाव महसूस होगा तथा यह आसन मन को शांत और आपको तनाव एवं थकान से मुक्त करेगा। बाल मुद्रा आसन तंत्रिका तंत्र को भी शांत करता है व प्रभावी रूप से दर्द को कम करता है। image source - getty images
बंध कोण आसन

यह आसन शरीर की आंतरिक मांसपेशियों में खिंचाव कर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और थकान दूर करता है। जमीन पर सीधे बैठकर पैरों के दोनों तलवों को सटा लीजिए अपने दोनों हाथों से पैरों की अंगूठों को पकड़ लें। धीरे-धीरे सांसों को अंदर बाहर करें। image source - 1.bp.blogspot.com
सेतु बांधासन

इसे सेतु मुद्रा भी कहते हैं, यह आसन रक्तसंचार को नियंत्रित रखने में मदद करता है। सेतु बांधासन मन को शांत कर, मस्तिष्क को आराम एवं व्‍याकुलता को कम करता है। यह आसन तनाव दूर कर उम्र पर ब्रेक लगाता है। image source - getty images
मर्जरी आसन

इस आसन में व्‍यक्ति के शरीर की आकृति बिल्ली की मुद्रा में हो जाती है, इसलिए इसे मर्जरी यानी बिल्‍ली आसन कहा जाता है। यह रक्तसंचार को सुधारकर मन को शांत करता है। तनाव को दूर कर आपके श्वसन को बेहतर बनाता है यह आसन। इस आसन की सबसे अच्छी बात यह है कि यह थकी हुई मांसपेशियों को आराम दिलाता है जो दर्द से छुटकारा पाने का एक प्रभावी तरीका है। इसे करने के लिए दोनों घुटनों और हथेलियों के बल खड़े हों, अब दोनों हाथ और पैर सीधे रखकर सिर बिल्कुल सीधे रखें और सामने की ओर देखें। अब ठुड्डी उठाते हुए सांस खींचे और सिर ऊपर की तरफ उठाएं। इस दौरान शरीर को अच्छी तरह से स्ट्रेच करें। image source - getty images
पश्चिमोत्तानासन

यह आसन मस्तिष्क को शांत कर तनाव दूर करता है तथा सिर दर्द से भी राहत दिलाता है। इसे करने के लिए पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं, हथेलियों को घुटनों पर रखकर सांस अंदर लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं व कमर को सीधा कर ऊपर की तरफ खींचे। अब सांस निकालते हुए आगे की ओर झुकें व हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़कर माथे को घुटनों पर लगा दीजिए। ध्‍यान रखें कि घुटने मुड़़ने नहीं चाहिए। कोहनियों को जमीन पर लगाने का प्रयास करें। image source - getty images
अधोमुख श्वानासन

यह आसन मस्तिष्क में रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और सिर दर्द तथा तनाव से राहत दिलाता है। इसे करने के लिए घुटनों के बल खड़े हों और फिर हाथों को जमीन पर रखें। अब हाथों पर शरीर का सारा जोर देते हुए पैरों को वी आकार में फैलाएं। रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ खींचें। एक मिनट तक इसी अवस्था में रहने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाएं। image source - getty images
शवासन

यह आसन तनाव दूर कर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। अपने सभी अंगों और मांसपेशियों को ढीला छोड़ दें। आंखों को बंदकर धीरे-धीरे गहरी सांस अंदर-बाहर कीजिए। शरीर को एकदम ढीला रखें। शरीर को जितना ढीला रखेंगे, उतना ही फायदा होगा। बांहों को दोनों बगल में शरीर से थोड़ा हटाकर फैलाएं और उन्हें ढीला छोड़ दें। इस आसन में शरीर की स्थिति मुर्दे के समान हो जाती है। इसीलिए इसे शवासन कहा जाता है। image source - members.debbyandersen.com