ओवरइटिंग

यह जानने के बाद भी कि ओवरइटिंग सेहत के लिए अच्‍छी नहीं होती, हम कई बार स्‍वाद के चक्‍कर में ओवरइटिंग कर लेते हैं। ज्‍यादा खाने का अहसास होने पर हमें लगता है कि हमने गलत किया है। इस बात को जानने की कोशिश करें कि ऐसे कौन से कारण हैं जो हमें ज्‍यादा खाने के लिए मजबूर कर देते हैं। हम आपको बताते हैं ऐसे कुछ कारण जिनकी वजह से हम न चाहते हुए भी ओवरइटिंग के लिए मजबूर हो जाते हैं।
अच्छी वसा का बहाना

आमतौर पर मोनोसेचुरेट और पॉलीअनसेचुरेटेड अच्‍छी फैट मानी जाती हैं। हावर्ड स्‍कूल में महामारी विज्ञान और पोषण के प्रोफेसर डॉ. वाल्टर के अनुसार, यह फैट कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्‍तचाप के खतरे को कम करती हैं। कई बार हम इस बहाने से इसका ज्‍यादा सेवन कर लेते हैं। हालांकि यह बादाम से भी अच्छा फैट होता है, लेकिन एक मात्रा से ज्‍यादा खाने पर आप मोटे हो सकते हैं।
बाकी दिन अच्छा आहार

अकसर लोग यह सोचते हैं कि एक दिन ज्‍यादा खाकर दूसरे दिन सलाद का सेवन कर लेंगे। इससे कैलोरी की मात्रा मेनटेन हो जाएगी। जबकि ऐसा नहीं है, यदि आप कैलोरी को जलने से ज्‍यादा मात्रा में लेते हैं तो सलाद का सेवन भी आपको मोटा बना सकता है। आप वीकएंड पर ओवरइटिंग करने के बाद बाकी के दिन डायटिंग पर रहते हैं तो इससे आपके शरीर का ताल-मेल बिगड़ जाता है, जो कि सेहत के लिए अच्‍छा नहीं रहता।
जिम से जलती है कैलोरी

बहुत सी महिलाएं और पुरुष यह मानते हैं कि ओवरइटिंग के बाद वे अतिरिक्‍त कैलोरी को जिम में जाकर जला देंगे। यह धारणा भी गलत है, क्‍योंकि भोजन में ली गई 800 कैलोरी को एक या दो घंटे में एरोबिक्स करने से नहीं जलाया जा सकता हैं।
लालसा के कारण

कई बार स्‍वाद के चक्‍कर में हमारी मीठे पदार्थों, चॉकलेट, नमकीन और मसालेदार भोजन आदि के लिए इच्‍छा होती है। महिलाओं में ऐसा अकसर पीएमएस के दौरान होता है, जब उनमें बदलते हुए हार्मोन मस्तिष्‍क को ऐसा करने के लिए प्रोत्‍साहित करते हैं। इस समय महिलाएं ओवरइटिंग कर लेती हैं।
लो फैट के कारण

दही और जिलेटिन स्‍वाद में अच्छे होने के साथ ही जीरो या लो फैट की गारंटी देते हैं। कई बार लोग इसका ज्‍यादा मात्रा में सेवन कर लेते हैं, ऐसा करना सेहत के लिए ठीक नहीं रहता। ऐसा करने से आप खुद को ओवरइटिंग के लिए इसलिए दोष नहीं देते क्‍योंकि विज्ञापन में इसे लो फैट फूड बताया जाता है।
ज्यादा पानी पीने के बहाने

कुछ महिलाएं इसलिए ओवरइटिंग कर लेती हैं क्‍योंकि ज्‍यादा मात्रा में पानी पीने पर उन्‍हें विश्‍वास होता है। उनका मानना है कि पानी पीने से ओवरइटिंग का असर खत्‍म हो जाएगा। हालांकि पानी पीने से फैट कम होने में मदद मिलती है। पानी शरीर में मौजूद विषाक्‍त पदार्थों को भी बाहर निकालता है। लेकिन यह जान लें कि ज्यादा पानी ओवरइटिंग की क्षतिपूर्ति करने के लिए पर्याप्त नहीं है।