साबुन और सेनेटाइजर

हैंड सेनेटाइजर का प्रयोग आजकल के चलन में काफी बढ़ गया है। हैंड सेनेटाइजर आसानी से कैरी किया जा सकता है। इसको प्रयोग करने के लिए आपको पानी की भी आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन क्या आप इसके नुकसान के बारें में जानते है। क्या आप जानते हैं कि साबुन और सेनेटाइजर के प्रयोग कौन बेहतर है। Image Source-Getty
सेनेटाइजर के नुकसान

सेनेटाइजर को इस्तेमाल सोच-समझ कर करें। इसे एक विकल्प के रूप में अपनाएं. अगर आपके पास बैक्टीरियां से छुटकारा पाने के लिए पानी और साबुन न हो, तभी इसका इस्तेमाल करें। एक रिसर्च के मुताबिक, सेनेटाइजर में मौजूद ट्रीक्लोसेन कैमिकल आपको बीमार कर सकते हैं क्योंकि ये कैमिकल वायरस और बैक्टीरिया को दूर करने की बजाए, एक्टिव कर देता है।Image Source-Getty
रोगों को बढ़ावा

अल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर नोरोवाइरस को साफ करने में पर्याप्त नहीं हैं और इससे पेट संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। अपने शरीर में अच्छे और बुरे, दोनों तरह के बैक्टीरिया को जगह देती हैं, जिससे शरीर में सूजन आ जाती है और हार्मोंस का संतुलन गड़बड़ा जाता है।Image Source-Getty
साबुन के फायदे

जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोन के शोधकर्ताओं ने अपने शोध के आधार पर माना है कि हाथ धोकर किसी काम को शुरू करने से हम उसके प्रति अधिक सकारात्मक होते हैं।शरीर की सफाई न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है बल्कि इसके साथ नकारात्मक विचार भी धुल जाते हैं और नई परिस्थिति में सामंजस्य बैठाना आसान होता है।Image Source-Getty
लिक्विड सोप करें इस्तेमाल

हाथ धोने के लिए लिक्विड सोप का इस्‍तेमाल सबसे अच्छा होता है। यह सामान्‍य साबुन के मुकाबले कीटाणुओं से लड़ने में अधिक शक्तिशाली होता है। यह बार बार अलग - अलग इंसानों के हाथों के सीधे संपर्क में नहीं आता।साबुन से अच्‍छी तरह झाग बनाकर करीब 20 सेकेंड तक हाथ धोना चाहिेए। जरूरी नहीं कि आप हमेशा ही एंटी बैक्‍टीरियल साबुन का ही इस्‍तेमाल करें। किसी भी साबुन से ठीक प्रकार हाथ धोने पर वह कीटाणुओं को मारने में कारगर हो सकता है।Image Source-Getty