टैटू से त्वचा की समस्या

टैटू आजकल के युवाओं में एक तरह का स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है। शरीर पर तरह-तरह के टैटू बनवाने का चलन युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। इससे गंभीर बीमारियों की आशंका के अलावा त्वचा पर लालिमा, सूजन, मवाद आने के साथ दर्द होना, आदि तरह के त्वचा संक्रमण हो सकते हैं, इसके अलावा बैक्टीरिया स्टाफ या स्ट्रेप के कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का भी डर रहता है। पर्मानेंट टैटू बनवाने में होने वाले दर्द से बचने के लिए अगर कोई नकली टैटू बनवाने की सोच रहा है तो भी सतर्क रहना चाहिए क्योंकि इससे भी त्वचा पर एलर्जी हो सकती है।Image Source- Getty
चर्म रोग और कैंसर

टैटू बनवाते समय लोग एक मिनट भी नहीं सोचते है कि इससे सोराइसिस जैसी बीमारी होने का खतरा होता है।एक व्यक्ति का नीडल दूसरे व्यक्ति पर इस्तेमाल करने से चर्म रोग, हेपेटाइटिस और एचआईवी जैसी संक्रमित बीमारियां होने का खतरा है। टैटू बनवाने से त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। शरीर पर तरह-तरह के टैटू बनवाने का चलन युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है।Image Source- Getty
विषैले तत्वों से खतरा

टैटू बनाने के लिए प्रयोग की जाने वाली स्याही में कई तरह के विषैले तत्व होते हैं, जिनसे त्वचा कैंसर का खतरा होता है। टैटू बनाने वालों द्वारा प्रयोग की जाने वाली नीले रंग की स्याही में कोबाल्ट और एल्यूमिनियम होता है। जबकि लाल रंग की स्याही में मरक्यूरियल सल्फाइड और दूसरे रंगों की स्याहियों में शीशा, कैडियम, क्रोमियम, निकल, टाइटेनियम और कई तरह की दूसरी धातुएं मिली होती हैं। जो त्वचा पर एलर्जी कर सकती हैं।Image Source- Getty
मांसपेशियों को नुकसान

बहुत से युवा त्वचा को टैटू से होने वाले नुकसान को समझ नहीं पाते हैं। कुछ डिजाइनों में टैटू उकेरने वाली सूईयों को शरीर में गहरा चुभाया जाता है, जिससे मांसपेशियों तक को नुकसान पहुंचता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि शरीर पर तिल वाले स्थान पर टैटू नहीं बनवाना चाहिए। Image Source- Getty
बरतें सावधानी

टैटू बनवाने से पहले हेपेटाइटिस बी का टीका लगवा लें। टैटू बनवाने से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि टैटू बनाने वाला इसका अच्छा जानकार हो और उसके पास आधुनिक उपकरण और साफ-सफाई का पूरा ध्यान दिया जाता हो।उस जगह पर नियमित रूप से एंटीबायोटिक क्रीम लगाते रहें।Image Source- Getty