कोरियन फेस मास्क

त्वचा को निखारने के लिए दुनियाभर के बाजार में तरह-तरह के सौंदर्य उत्पाद हैं। सभी कंपनियां अपने ब्रांड को बेहतर साबित करने के लिए लुभावने विज्ञापन प्रकाशित करवाते हैं। लेकिन बात जब पूरी दुनिया की हो तो जाहिर सी बात है प्रतिस्पर्धा बहुत ही कठिन होगी। क्योंकि महिलायें सौंदर्य उत्पाद को लेकर बहुत ही जागरुक हैं और उन उत्‍पादों को तरजीह देती हैं जो उनके विश्वास पर खरा उतरे।
डंकी मिल्क फेस मास्क

सामान्यतया सभी देशों के सौंदर्य उत्पादों में गाय के दूध का प्रयोग किया जाता है। हालांकि गाय के दूध में त्वचा को निखारने के गुण होते हैं, लेकिन गधे का दूध कहीं अधिक प्रभावशाली होता है। गधे के दूध से बने फेस मास्क का प्रयोग करने से त्वचा 24 ही नहीं बल्कि 26 घंटे मॉइश्चर रहती है।
प्रोपोलिस

यह एक प्रकार का पौधा है जिसमें हीलिंग गुण मौजूद हैं। इसके अलावा यह त्वचा की नमी बरकरार रखता है और यह त्वचा को वातावरण (प्रदूषण, धूल-मिट्टी, आदि) द्वारा होने वाली हानि से बचाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण भी मौजूद होते हैं।
सोयाबीन

कई शोधों में यह प्रमाणित होता है कि सोयाबीन में एटीं-एजिंग और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसके साथ ही इसमें विटामिन ई और एमिनो एसिड होता है। यह त्वचा का लचीलापन बनाये रखता है जिससे झाइंया और कील्-मुहांसे भी नहीं होते।
चारकोल

चारकोल यानी जली लकड़ी से बने कोयले का प्रयोग सौंदर्य को लिए 2600 सालों से पहले से होता आया है। अब भी इसका प्रयोग कुछ ग्रामीण और आदीवासी इलाकों में किया जाता है। यह त्वचा के सभी विषाक्त पदार्थों को दूर करता है।
दूसरी सामग्रियां

इनके अलावा कई ऐसी चीजें हैं जिनका प्रयोग कोरिया के सौंदर्य उत्पाद करते हैं। ये हैं – चावल, कमल का फूल, कमल के बीज, कमीलिया का तेल, हाइल्यूरोनिक एसिड, ग्रीन टी, विटामिन सी, आदि तत्वों का प्रयोग सौंदर्य उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है। तो इनसे बने सौंदर्य उत्पादों का प्रयोग करें और पायें बेदाग और निखरी हुई त्वचा।