एड्स नहीं एचआईवी का है इलाज

एड्स का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। इसके शुरुआती लक्षण बहुत सामान्य होते हैं, जो धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं। 2017 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 21 लाख लोग HIV का शिकार हैं, जिनमें से 69000 लोगों की इसी साल एड्स से मौत हो गई थी। AIDS (एड्स) एक एडवांस स्टेज है, जिसमें व्यक्ति का इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) पूरी तरह खराब हो जाता है। इसके कारण रोगी के शरीर में ढेर सारी बीमारियां और इंफेक्शन होने शुरू हो जाते हैं, जो ठीक नहीं होते हैं। AIDS रोग HIV वायरस के कारण होता है। यानी शुरुआत में व्यक्ति को एड्स नहीं, बल्कि एचआईवी होता है। सही समय पर एचआईवी का पता चलने पर अगर इलाज और दवाएं शुरू कर दी जाएं, तो व्यक्ति को एड्स के खतरे को कम किया जा सकता है। इलाज न मिलने पर एचआईवी वायरस एड्स का कारण बनते हैं और एड्स एक गंभीर स्थिति है क्योंकि इसका इलाज अब तक संभव नहीं हुआ है। आइए आपको बताते हैं कुछ शुरुआती लक्षण, जो दिखने में सामान्य हैं, मगर एड्स का संकेत हो सकते हैं। इन लक्षणों के दिखने पर आपको एड्स की जांच जरूर करवानी चाहिए।
एड्स के लक्षण और संकेत

एड्स होने पर पीड़ित के शरीर में कई लक्षण और संकेत दिखाई देते हैं: एड्स से व्यक्ति के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता कम होने से संक्रमण, यानी आम सर्दी जुकाम से ले कर क्षय रोग जैसी बीमारियां आसानी व्यक्ति पर आक्रमण कर देती हैं। जिनका इलाज करना बहुत कठिन होता है। एड्स की शुरुआती स्टेज में इसका पता नहीं चल पाता है और व्यक्ति को इलाज करवाने में देर हो जाती है। इसीलिए इसके शुरूआती लक्षणों के बारे में पता होना जरूरी है।
सूखी खांसी

सूखी खांसी होना एड्स के लक्षणों में शामिल है। अगर किसी को खांसी नहीं हैं लेकिन मुंह में हमेशा कफ आता रहता है। मुंह का स्‍वाद खराब रहता है। इसमें से कोई भी लक्षण लगने पर एच आई वी टेस्‍ट जरूर करवाएं।
मसल्स में खिचाव

भारी काम या शारीरिक श्रम किए बिना भी अगर किसी को मसल्‍स में हमेशा तनाव और अकड़न का एहसास होता है। तो यह एड्स का लक्षण होता है। तुरंत अपने चिकित्‍सक के पास जाएं।
थकावट महसूस होना

बिना ज्‍यादा काम किए पिछले दिनों से ज्‍यादा थकान का होना या हर समय थकावट महसूस करना एड्स का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
गला पकना

गला पकाने की शिकायत अकसर तब होती है जब हम कम पानी पीते हैं। लेकिन अगर पर्याप्‍त मात्रा में पानी पीने के कारण भी गले में भयंकर खराश और पका हुआ महसूस होता है तो यह एड्स संभावित लक्षण है।
गिल्टियां होना

एड्स होने पर शरीर पर सूजन भरी गिल्टियां हो सकती हैं, खासकर यह दर्दरहित गिल्टियां गले, बगल या जांघों आदि में होती है।
वजन का धीरे-धीरे कम होना

एड्स से पीड़‍ित व्‍यक्ति का वजन एकदम से नहीं घटता लेकिन धीरे-धीरे बॉडी पर प्रभाव पड़ता है और वजन में कमी होती है। अगर किसी का वजन बिना प्रयास के कुल भार का दस प्रतिशत तक कम हो जाता है तो तुरंत चेक करवा लें।
बार-बार बुखार आना

हर दो तीन दिन में बुखार महसूस होना, बुखार का तेज होना या एक महीने से ज्‍यादा बुखार आना, एच आई वी का सबसे पहला लक्षण होता है।
सिर और जोड़ों में दर्द व सूजन

ढ़लती उम्र से पहले ही अगर जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाती है या फिर सिर में हर समया हल्‍का हल्‍का दर्द रहता है। य‍ह दर्द सुबह के समय दर्द में आराम और शाम तक दर्द बढ़ने लगता हे तो आपको एच आई वी टेस्‍ट करवाने की जरूरत है।