रोटी खाने के नुकसान

उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में रोटी का सेवन अधिक किया जाता है। वहां लोगों का मानना है कि रोटी सेहत के लिए ज्यादा लाभदायक है। इसमें कोई कोई गुरेज नहीं हैं लेकिन दिन भर सिर्फ रोटी खाने से शरीर को बाकी पोषक तत्त्व नहीं मिल पाते। यही वजह है कि ज्यादा रोटी खाने से कई परेशानियां हो जाती हैं। नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर से जानेंगे ज्यादा रोटी खाने के 9 नुकसान-
वजन बढ़ना

रोटी खाने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा हो जाता है। जिस वजह से वजन बढ़ता है। गेूहं में ग्लूटन की मात्रा भी पाई जाती है, जिस वजह से ग्लूटन रोग हो जाता है। कई राज्यों में रोटी का अधिक किया जाता है, जिस वजह से वहां के लोगों का वजन ज्यादा होता है। लेकिन नियमित तौर पर एक्सरसाइज करके वजन को नियंत्रित किया जा सकता है।
ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना

दिन भर सिर्फ रोटी खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। दरअसल, ज्यादातर लोग गेहूं से बनी रोटी खाते हैं। गेहूं में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जिस वजह से बीपी बढ़ने की समस्या होती है। इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि संतुलित मात्रा में सभी पोषक तत्त्वों का सेवन करना चाहिए, ताकि बीपी की परेशानी न हो।
थकान

जब हम डाइट में केवल रोटी और सब्जी का सेवन करते हैं, चावल नहीं खाते या सलाद आदि नहीं लेते तो थकान होने लगती है। क्योंकि रोटी में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होता है और ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से शरीर आलसी होने लगती है, जिस वजह से थकान और आलस दोनों महसूस होते हैं।
गर्मी लगना

ज्यादा रोटी खाने से शरीर में हीट का प्रोडक्शन ज्यादा होता है, जिस वजह से गर्मी ज्यादा लगती है। शरीर से ज्यादा पसीन निकलेगा, ऐसे में शरीर में पानी की कमी भी हो जाएगा। इसलिए न्यूट्रीशनिस्ट शैली तोमर का कहना है कि ज्यादा रोटी का सेवन नहीं करना चाहिए आप जो भी खा रहे हैं उसे संतुलित मात्रा में खाएं।
शरीर में फैट का बढ़ना

जब ज्यादा रोटी खाते हैं तो उसका साइड इफेक्ट होता है कि शरीर में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट जमा हो जाता है जिस वजह से कार्बोहाइड्रेट फैट में बदल जाता है। यह फैट शरीर में जमता रहता है और मोटापे के रूप में बाहर दिखाई देता है। मोटापे के कारण हृदय रोग, डायबिटीज आदि अलग से होने लगते हैं। इसलिए मोटापा नियंत्रित करके रखना ज्यादा जरूरी है।
पेट फूलना

शरीर में बाकी पोषक तत्त्व नहीं जाने की वजह से पेट भरा हुआ महसूस होता है। हालांकि रोटी खाने के बाद भी ऐसा ही लगता है कि जैसे पेट भरा हुआ है। ऐसे में पेट भूलने की समस्या हो जाती है। कई लोगों को गैस की भी समस्या हो जाती है। नियंत्रित मात्रा में रोटी का सेवन शरीर के लिए लाभदायक है।
मीठे की इच्छा

शरीर में कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा होने पर मीठी चीजें खाने की इच्छा अधिक बढ़ जाती है। रोटी में कार्बोहाइड्रेट अधिक होता है। इसलिए मीठा खाने की परेशानी पढ़ती है। अधिक मीठा खाने से मोटापा तेजी से बढ़ता है।
अधिक कार्बोहाइड्रेट और कम प्रोटीन

रोटी खाने से Low muscle mass हो जाता है। जिसका मतलब है कि आप अपनी उम्र और जेंडर के हिसाब से औसत से कम मसल है। यह समस्या अधिक कार्बोहाइड्रेट और कम प्रोटीन लेने की वजह से होती है।
पेट का मोटापा

पेट पर मोटापा जमा होने लगता है। रोटी खाने से कार्बोहाइड्रेट की मात्रा शरीर में अधिक पहुंचती है, इसलिए बैली फैट बढ़ने लगता है क्योंकि पेट पर चर्बी जमने लगती है। इसलिए नियंत्रिता मात्रा में रोटी खाना जरूरी है। ज्यादा रोटी खाने से मोटापा बढ़ने की समस्या तेजी से बढ़ने लगती है। इसलिए नियंत्रित मात्रा में रोटी का सेवन करना चाहिए।