सेक्स ड्राइव बढ़ाने में मददगार होते हैं कुछ तेल

विश्व प्रसिद्ध सेक्स ग्रंथ कामसूत्र के साहित्य में इत्र और सुगंधित तेलों के उपयोग और महत्व का काफी उल्लेख किया गया है। प्रचीन काल से ही कुछ तेलों को इच्छाओं और कामुक भावनाओं को जगाने के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। दरअसल इस बात के पीछे तथ्य यह है कि इन तेलों की गंध हमारे हार्मोन को नियंत्रित करने वाली पिट्यूटरी ग्रंथि को उत्तेजित करती है और हमारी यौन इच्छाओं को जगाती है।
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भीनी-भीनी और मजभावन खुशबू वाले चंदन को न सिर्फ इत्र के रूप में प्रयोग किया जाता है बल्कि इसके तेल को गुलाब, चमेली या तुलसी के साथ मिलाकर उपयोग करने से कामेच्छा भी प्रबल होती है।
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पिरातन कथाओं के अनुसार प्रेम और कामुकता की देवी, एफ्रोडाइट अपनी प्रेम की गुफा को गुलाब की पंखुडि़यों से सजाकर रखती थी। प्रख्यात मिस्र सुंदरी क्लियोपेट्रा भी स्नान के लिए गुलाब की पंखुड़ियों का प्रयोग करती थी। दरअसल गुलाब की महक शरीर में सेक्स से संबंधित हार्मोन को सक्रिय करती है। आयुर्वेद में माना गया है कि इस तेल की मसाज से हृदय चक्र सक्रिय होता है जिससे कामेच्छा बढ़ती है और तनाव कम होता है।
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याल्ग के तेल के काई सारे गुण चमेली के तेल से मिलते हैं। ऐसा कहा और माना जाता है कि यह तेल प्रेमी युगल के बीच आकर्षण को बढ़ाता है। आपके बिस्तर के पास रुई के फाहे में इस विशेष तेल की केवल एक बूंद ही माहौल को रोमानी करने के लिए बहुत होती है।
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क्योंकि चमेली का तेल मानव इंद्रियों पर शक्तिशाली वासनोत्तेजक प्रभाव डालता है, इसे कामोत्तेजक तेल माना जाता है। चमेली का तेल समृद्ध, भावनात्मक रूप से जगाने वाला उत्तम तेल है जो आत्मविश्वास को बढ़ाता है और यौन भावना को बल देता है। इसकी मसाज से शरीर में ऊर्जा का संचार तेज होता है।
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सुनने में थोड़ा अटपटा लगता है लेकिन आयुर्वेद में जीरे के तेल का कामेच्छा बढ़ाने के लिए विशेष महत्व होता है। यह तेल महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। पुरुषों में जीरे का तेल आकर्षण की तीव्र भावनाओं को जगाता है और कामुकता को उत्तेजित करता है।
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पुराने अखरोट की खुशबू वाला क्लैरी सेज तेल बाकी तेलों से थोड़ा अलग होता है। क्लैरी सेज तेल आरामदायक व कामुक है और आपके मन को शांत कर खुशी का अहसास कराता है। लेकिन जब महिला गर्भवती होना चाहें, तो उन्हें यह तेल नहीं लगाना चाहिए।
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लौंग का तेल न एक कमाल का दर्दनिवारक है। आयुर्वेद में इसे कामेच्छा बढ़ाने में सहायक भी माना जाता है। यह मांसपेशियों के तनाव को कम करता है, शरीर को तनाव मुक्त करता है। लौंग की कली का तेल एक कामोत्तेजक के रूप में भी काम करता है। इसे किसी भी अरोमा ऑयल के साथ मिलाकर मसाज करने पर यह सेक्स की इच्छा बढ़ा देता है।
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सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप हमेशा ध्यान रखें कि अगर आप उच्च रक्तचाप या सांस आदि के मरीज हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के इन तेलों का उपयोग न करें। इसके अलावा इन तेलों को लगाने के बाद तेज गर्मी या आग की लपटों से दूर रहें।
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