वायरल अर्थराइटिस से बचने के लिए अपनाएं ये 7 तरीके
वायरल अर्थराइटिस एक प्रकार की संक्रामक बीमारी है, जो दूसरों की बजाय अपने ही शरीर से बाकी अंगों में खून के जरिए फैलता है, इससे बचाव के लिए कुछ तरीके आप आजमा सकते हैं।

किसी भी बीमारी का इलाज करने से पहले आपके शरीर पर उसका क्या प्रभाव पड़ेगा ये जानना भी जरूरी होता है। वायरल अर्थराइटिस भी इसका अपवाद नहीं है। ये एक ऐसी बीमारी है जिससे जोडों में दर्द, कठोरता, सूजन आदि की समस्या हो जाती है। शरीर के किसी अंग में चोट लग जाने या सर्जरी होने के दौरान वायरस शरीर के खून में फैल जाते हैं। इसके सबसे सामान्य लक्षण जोड़ों मे दर्द और सूजन है। इस बीमारी से आसानी से बचाव किया जा सकता है।
ImageCourtesy@Gettyimages

वायरल अर्थराइटिस का इलाज उचित और सिस्टमैटिक दवाइयों से किया जा सकता है। अपनी बीमारी के संबंध में डाक्टर्स से संपर्क करें। वायरल अर्थराइटिस में कई एनाल्जेसिक और नॉन स्टीरियोडल एंटी इन्फ्लेमेट्री दवाईयां फायदेमंद होती है। वैक्सीनेशन के जरिए वायरल अर्थराइटिस का बटाव किया जा सकता है। सावधानी बचाव से ज्यादा भली होती है। अगर इस तरह की बीमारियों से बचना है तो वैक्सीनेशन का सहारा लें। अपने डाक्टर्स से संपर्क करें और उचित वैक्सीनेशन लें।
ImageCourtesy@Gettyimages

अर्थराइटिस के दर्द से छुटकारा पाने का सबसे आसान और किफायती तरीका है गर्म और ठंडा इलाज। इस थेरेपी के कई प्रकार होते हैं। आपको दर्द से राहत पाने के लिए अपने लिए सबसे मुफीद तरीका चुनना चाहिये। तो, अपने डॉक्टर से बात कर आप हॉट एंड कोल्ड थेरेपी का सही संतुलन चुन सकते हैं। इससे आपको अर्थराइटिस के दर्द से राहत मिल सकती है।
ImageCourtesy@Gettyimages
इसे भी पढ़े:गठिया में कैसे काम करता हैं तांबा

वायरल अर्थराइटिस के उपचार में सेक्स भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वायरल अर्थराइटिस कई तरह का होता है जिसमें से एक को सूजाक अर्थराइटिस कहते है। सूजाक अर्थराइटिस से बचने के लिए आप या सेक्स ना करें या फिर सेफ सेक्स करें। ये आपके इलाज में कारगर रहेगा। वायरल अर्थराइटिस से बचाव करनें के लिए आपको सफाई पंसद बनना पड़ेगा। हमेशा घर वापस आने पर अपने हाथों और पैरों को कीटाणुनाशक से साफ करें। अपनें बच्चों में भी इस तरह की आदतों को डालें। सफाई सिर्फ वायरल अर्थराइटिस से ही नहीं बल्कि अन्य बीमारियों से भी आपको बचाती है।
ImageCourtesy@Gettyimages

अर्थराइटिस की चिकित्सा में समय के साथ उपचार का तरीका बदल सकता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस तरह की अर्थराइटिस है।अगर वायरल अर्थराइटिस की समस्या गंभीर हो जाती है तो इसे सर्जरी के जरिए दोबारा से ठीक किया जा सकता है। हालांकि केवल संक्रमण और सूजाक के मामलों में सर्जरी नहीं की जाती है। अपनी बीमारी के संबध में उचित जानकारी उसके इलाज में मदद करती है। वायरल अर्थराइटिस की के लक्षणों, कारणों की पूरी जानकारी आप अपनें बच्चों को भी दें। इश तरह वायरल अर्थराइटिस के उपचार में मदद मिलेगी। । अगर आपको वायरल अर्थराइटिस के लक्षण नजर आ रहे हो तो तुरंत ही डाक्टर से संपर्क करें।
ImageCourtesy@Gettyimages
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।