डिप्रेशन दूर कर, दिमाग को तेज करते हैं ये 10 आहार
उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई लोगों की याददाश्त कमजोर होने लगती है। अगर आपको भी ऐसी ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन कर आप अपनी स्मरण शक्ति को दुरुस्त कर सकते हैं।

उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई लोगों की याददाश्त कमजोर होने लगती है। किसी भी चीज को ढ़ूंढने या काम को याद रखने के लिए उन्हें दिमाग पर जोर डालना पड़ता है। अगर आपको भी ऐसी ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन कर आप अपनी याददाश्त को दुरुस्त कर सकते हैं।

याददाश्त बनाये रखने के लिए बादाम को काफी उपयोगी माना जाता है। बादाम में मौजूद पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, मैगनीज, कॉपर और राइबोफ्लाविन आदि अल्जाइमर और अन्य मस्तिष्क संबंधी रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। रात को पांच बादाम भिगोकर रख दें। सुबह उठकर उनका सेवन करने से दिमाग तेज होता है।
image coutesy : getty images

मांसाहारी लोगों के लिए मछली का सेवन दिमाग के लिए बहुत ही बढि़या माना जाता है। मछली में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी के कारण इसे ब्रेन फूड भी कहा जाता है। मछली याददाश्त और एकाग्रता में बहुत फायदेमंद होती है।

जामुन भी गुणों से भरपूर होता है, इसमें आपकी स्मरण शक्ति को तेज करने की पूरी क्षमता होती है। इसमें मौजूद एंथोसाइनिंस व फीसेटिन जैसे फिटोकेमिकल आपकी याददाश्त को बढ़ाते हैं। इससे आप अपनी पिछली बातों को याद करने में सहायता मिलती है।
image coutesy : getty images

अंडा भी याददाश्त को बनाये रखने और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। खासकर इसका पीला हिस्सा तो मस्तिष्क के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन बी एवं ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो आपके दिमाग को दुरुस्त रखता है। इसके अलावा अंडे में लेसीथीन और सेलेनियम आदि भी पाये जाते है जो आपके मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।
image coutesy : getty images

डार्क चॉकलेट से भी याददाश्त दुरुस्त रहती है एवं दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है। डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते है, जो दिमाग में रक्त संचार को ठीक रखते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी जर्नल में छपी एक रिर्पाट के अनुसार, डार्क चॉकलेट खाने से बढ़ती उम्र में भी दिमाग को ठीक रख पाने में मदद मिलती है। लेकिन इसे सीमित मात्रा में हीं खाना चाहिये ताकी आपका वजन न बढ़ें।
image coutesy : getty images

याददाश्त को बनाये रखने के लिए पालक सर्वोत्तम आहार माना जाता है। पालक में विटामिन बी 9 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसे फोलेट या फोलिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। इसी विटामिन की कमी के कारण मस्तिष्क संबंधी विकार उत्पन्न होने लगते हैं। इसके अलावा दिमाग के लिए जरूरी और फायदेमंद ओमेगा-3 फैटी एसिड की प्रचुर मात्रा पालक में होती है। इसके सेवन से आपकी याददाश्त, तर्क करने की शक्ति एवं एकाग्रता बढ़ती है।
image coutesy : getty images

ऑलिव ऑयल में मोनोसेच्युरेटेड फैट्स की पर्याप्त मात्रा होती है, जिनसे रक्त-शिराओं की सक्रियता बढ़ती है। रक्त शिराओं में सक्रियता से याददाश्त बढ़ती है। इसलिए खाना पकाने का अपना तेल बदलें और ऑलिव ऑयल में खाना पकाना शुरू करें।
image coutesy : getty images

विटामिन ई और सी की पर्याप्त मात्रा एकाग्रता और स्मरण शक्ति के लिए फायदेमंद होती है। सूरजमुखी के बीज सहित बीज, विटामिन ई के अच्छे स्रोत होते हैं। सूखे भुने हुऐ एक औंस सूरजमुखी के बीज से सिफारिश की गई दैनिक खपत का लगभग 30 प्रतिशत होता है। अपने मस्तिष्क को बढ़ावा देने के लिए अपने सलाद पर इसे छिड़क कर खाये।
image coutesy : getty images

अखरोट दिखने में दिमाग जैसा ही लगता है। शोध के अनुसार, अखरोट तीन दर्जन से भी अधिक न्यूरॉन ट्रांसमीटर को बनाने में मदद करता है। यह मस्तिष्क प्रक्रिया के लिए बहुत जरूरी होते हैं। साथ ही अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट व विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मौजूद प्राकृतिक रसायनों को नष्ट होने से रोककर रोगों की रोकथाम करते हैं। इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। रोजाना अखरोट के सेवन से याददाश्त बढ़ती है।
image coutesy : getty images

एवोकैडो, एंटीऑक्सीडेंट विटामिन ई का एक समृद्ध स्रोत है। मॉरिस और उसके सहयोगी द्वारा किऐ गए एक शोध के अनुसार, एवोकैडो सहित विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थ, जो एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी का भी पॉवरहाऊस है। अल्जाइमर के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। image coutesy : getty images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।