हृदय रोग के जोखिम कारक

अभी तक आप यह जानते थे कि दिल की बीमारियों के कुछ प्रमुख जोखिम कारक हैं, इसमें हैं - धूम्रपान, अस्‍वस्‍थ खानपान, अनिमियत दिनचर्या, मोटापा, मधुमेह, पारिवारिक इतिहास, उच्‍च रक्‍तचाप, बैड कोलेस्‍ट्रॉल की अधिक मात्रा, आदि। लेकिन इसके अलावा भी हृदय रोगों के लिए कई अन्‍य जोखिम कारक हैं जो जाने-अनजाने आपसे जुड़े हैं और आप इनके संपर्क में अक्‍सर रहते हैं। image courtesy - getty images
डायट सोडा

डायट सोडा में शुगर की मात्रा अधिक होती है जो वजन को बढ़ाता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कॉर्डियोलॉजी द्वारा कराये गये नये शोध में यह बात सामने आयी है कि जो महिलायें सप्‍ताह में कम से कम दो बार डायट सोडा का सेवन करती हैं उनमें दिल की बीमारियों के बढ़ने का खतरा 30 प्रतिशत अधिक होता है। image courtesy - getty images
आपकी कार

घंटों कार ड्राइव करना भी आपके दिल के लिए खतरनाक है। स्‍वीडन की यूमिया यूनिवर्सिटी द्वारा कराये गये शोध के अनुसार जो लोग रोज 30 मील से अधिक कार से सफर करते हैं उनमें तनाव, उच्‍च रक्‍तचाप और दिल की बीमारियों का खतरा अधिक होता है। image courtesy - getty images
दर्दरोधक दवा

यदि आप दर्द को दूर करने के लिए एंटीबॉयटिक दवाओं का सेवन करते हैं तो यह आपके दिल के लिये खतरनाक हो सकता है। कभी-कभी ये दवायें ब्‍लड प्रेशर को बढ़ा देती हैं जो दिल के लिए नुकसानदेह हैं। image courtesy - getty images
साबुत अनाज की ब्रेड

सामान्‍यतया उच्‍च फाइबरयुक्‍त साबुत अनाज दिल के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद माने जाते थे। लेकिन हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार यदि आपको सिलियेक रोग है तो ग्‍लूटेन का अधिक सेवन आपके हृदय रोग के जोखिम को दोगुना कर सकता है। image courtesy - getty images
वनस्पति तेल

वनस्‍पति तेल में संतृप्‍त वसा होती है जो शरीर में कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा घटाने में मददगार है। लेकिन हाल में हुए नये शोध की मानें तो यदि वनस्‍पति तेलों के सेवन से शरीर में संतृप्‍त वसा शरीर में जाती है तो यह दिल को बीमारियों से बचाने के बजाय हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। image courtesy - getty images
खर्राटे लेना

आप खर्राटे लेकर किसी की नींद तो उड़ाते हैं साथ ही अपने दिल को भी रोगी बनाते हैं। अधिक खर्राटे लेने से सांस लेने में समस्‍या होती है, इसके कारण रक्‍तचाप बढ़ता है और दिल की मांसपेशियां भी क्षतिग्रस्‍त हो सकती हैं। इसलिए खर्राटों का उपचार करायें। image courtesy - getty images
अकेलापन

अकेलापन शरीर की अन्‍य बीमारियों की तरह दिल का भी दुश्‍मन है। एक शोध की मानें तो अकेले रहने वाले 50 की कम उम्र के लोगों में कार्डियोवस्‍कुलर बीमारियेां के होने का खतरा 12 प्रतिशत अधिक होता है। इसलिए अगर आप अकेले हैं तो दिल को तंदरुस्‍त रखने के लिए एक साथी की तलाश कीजिए। image courtesy - getty images
तेज आवाज

तेज आवाज न केवल आपके कानों का दुश्‍मन है बल्कि यह दिल के लिए भी नुकसानदेह है। दरअसल अधिक शोर के कारण तनाव के लिए जिम्‍मेदार कुछ हार्मोन जैसे - कार्टिसोल, एड्रेनालीन, नोराड्रीनॉल का स्राव अधिक मात्रा में होता है। ये हाइपरटेंशन, स्‍ट्रोक और दिल की विफलता के लिए जोखिम कारक हैं। image courtesy - getty images
निम्न रक्तचाप

उच्‍च रक्‍तचाप दिल के लिए खतरनाक है, लेकिन सामान्‍य से कम रक्‍तचाप भी दिल के लिए खतरनाक है। दरअसल निम्‍न रक्‍तचाप के कारण रक्‍त वाहिकाओं सिकुड़ जाती हैं और खून की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पाती। image courtesy - getty images