पुराने टैटू के निशान

टैटू बनाना युवा संस्कृति का एक हिस्सा बन गया है। आजकल युवाओं में टैटू का जमकर ट्रेंड देखा जा रहा है। और तो और आजकल लोग कूल और स्टाईलिश होने का पैमाना भी टैटू के माध्यम से तैय करने लगे हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पहले तो बहुत क्रेजी होकर टैटू बनवाते हैं लेकिन जैसे-जैसे समय बदलता है वैसे-वैसे उन्हें अपना टैटू नापसंद होने लगता है। कई लोगों को टैटू हटाने के तरीकों के बारे में जानकारी नहीं होती है। आज हम आपको टैटू के निशान हटाने की तरकीब बता रहे हैं।
टैटू रिमूवल क्रीम

कई टैटू ऐसे होते हैं जिनके निशान आसानी से मिट जाते हैं और कई टैटू ऐसे होते हैं जिनके निशान नहीं मिटते हैं। दरअसल ये दोनों चीजें टैटू का आकार, उस का स्थान, घाव भर पाने की व्यक्तिगत क्षमता, टैटू कैसे बनवाया गया था और कितने लंबे समय से टैटू उस स्थान पर मौजूद है आदि इन सब चीजों पर निर्भर करता है। टैटू रिमूवल क्रीम टैटू के निशान को काफी हद तक हटाने में मदद करती है। लेकिन अगर आपका टैटू काफी पुराना है तो आपको उसे हटाने में थोड़ा समय लग सकता है।
उच्छेदन विधि

टैटू के निशान हटाने के लिए यह विधि बहुत प्रचलित और कारगार है। इस विधि में टैटू को चाकू की मदद से निकाला जाता है। उसके बाद घाव पर टांके लगा दिए जाते हैं। इस विधि में टैटू वाली जगह को चाकू से काटा जाता है। अगर टैटू ज्यादा बड़ा है तो त्वचा को ज्यादा काटा जा सकता है।
इंटेंस पल्स्ड लाइट थेरेपी

यह एक लेजर सर्जरी की तरह है जिसमें सर्जरी कर टैटू के निशान को हटाया जाता है। लेकिन इसमें लेजर के स्थान पर हाई इंटेंसिटर की लाइट का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया में टैटू की स्याही को छोटे-छोटे भागों में बांट कर छुटाया जाता है। सबसे अच्छी बात ये है कि इस प्रक्रिया में ज्यादा दर्द नहीं होता है।
हाइड्रोक्विनोन

इस विधि के अंतर्गत एक केमिकल के माध्यम से टैटू का निशान हटाया जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस प्रक्रिया में टैटू के निशान के साथ ही त्वचा के काले धब्बों को भी हटाया जाता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति लिवर व किडनी की समस्या परेशान है तो उसे इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।