रिश्ते को पक्का करने से पहले

किसी लव रिलेशनशिप में जाना आज के समय में बेहद आसान हो गया है, बस एक मुलाकात हुई और दोस्ती... और फिर प्यार। प्यार की परिणिती होती है, सगाई या शादी। लेकिन कोई रिश्ता बनाना तो बहुत आसान होता है, लेकिन उसे निभाना उतना ही मुश्किल। ऐसे में कोई बड़ा फैसला लेने से पहले ये ज़रूरी है कि हम खुद को इस कसौटी पर खरा उतरने योग्य बनाएं। ये कोई रौकिट साइंस नहीं है, बस मानवीय व व्यवहारिक जीवन के जरूरी पाठ हैं, जिन्हें सीख व अपनाकर हम एक बेहतर रिश्ता निभा पाते हैं। अगर हम इसे किसी काम की तरह करते हैं, तो हमें यही लगता रहता है कि हम रिश्ते को बनाकर रखने में बहुत मेहनत कर रहे हैं। तो चलिये जानते हैं कि किसी रिश्ते को पक्का करने से पहले हमें किस तरह की चुनौतियां को पार करना होता है और खुद को कैसे इस योग्य बनना होता है। Images source : © Getty Images
अपनी बात की कीमत रखना शुरू करना

किसी पुरुष और मर्द में एक फर्क होता है। पुरुष एक नर शरीर में मौजूद एक इंसान होता है और मर्द इस शरीर को एक पहचान और आत्मसम्मन देता है। वो अपनी बात पर कायम रहता है। तो अपने वादों को पूरा करने की पूरी कोशिश करें। अगर आपने अपने साथी को या किसी ओर को कुछ करने का वादा किया है तो उसे पूरा करें। रिश्ते की कामयाबी के लिए, दोनों के बीच में भरोसा होना काफी जरूरी होता है और ये भरोसा कायम होता है आपकी पक्की ज़बान से। अपनी बात का पक्का इंसान न सिर्फ अपने साथी और समाज की आंखों में इज़्जत कमाता है, बल्कि खुद की नज़रों में भी उसका सम्मान बढ़ता है। Images source : © Getty Images
माफ़ी मांगने व माफ़ करने का माद्दा पैदा करें

अगर आपको लगता है, कि आपने जान-बूझकर या गलती से कुछ ऐसा किया है, जिससे आपके साथी को दुख पहुंचा है, तो अपनी गलती मानें और अह़म को बीच में न आने दें। खुद को थोड़ा विनम्र बनाने और सच्चे मन से माफ़ी मांगने से आपके सम्मान में कोई कमी नहीं आएगी, बल्कि आप अपने साथी के दिल में और भी बेहतर जगह बना पाएंगे। लेकिन गलतियों को दोहराएं नहीं, उनसे सीखें और बदलाव लाएं। हर वक़्त किसी ना किसी बात के लिए माफ़ी मांगने से आपकी इज़्जत कम होगी। गलती होने पर उसे स्वाकारें, उसके हिसाब से बदलाव करें और माफी भी मांगे। बिना लगती किये ऐसा करने की कोई ज़रूरत नहीं होती है। कहते हैं, 'गलती करने वाले से माफ़ कर देने वाला बड़ा होता है', माफ़ी आप दोनों के बीच में विश्वास बनाए रखने में मदद करेगी, इसलिए ये बेहद जरूरी है कि आप अपने साथी को माफ भी करना सीखें। Images source : © Getty Images
अब बड़े होने का समय आ गया है

हर एक रिश्ते में कभी ना कभी कुछ ऐसी परिस्थितियां जन्म ले ही लेती हैं, जिनमें संयम बनाए रख पाना मुश्किल लगता है। लेकिन अगर आपको दिल से लगता है कि आपका साथी भी आपसे आप जितना ही प्यार करता है, और ये परिस्थिति के कारण हुई बहस है, तो रिश्ते को स्वस्थ बनाए रखने के लिये आपको शांत रहते हुए इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा, और इन सारी ही मुश्किलों और नाराजगी में फंसे रहने से ज्यादा, इस मुश्किल घड़ी से खुद को बाहर निकालने की कोशिश करना सीखना होगा। इस समस्याओं का सामना करना सीखते हुए आप एक बेहतर और सकारात्मक इंसान भी बन पाएंगे। आपको समझना होगा कि कभी-कभी हल्के फुल्के झगड़े होना आम बात है।और अगर आप अपने रिश्ते को आगे तक लेकर जाना चाहते हैं, तो फिर आप दोनों के बीच में कभी ना कभी इस तरह के अंतर और नाराजगी होना लाज़मी है। इस बात को समझना सीखें कि एक बार बहस होने का मतलब रिश्ते का अंत नहीं है, और इस दुनिया में ऐसा कोई इंसान नहीं है, जिसकी हर एक बात से आप हर वक़्त सहमत हों।Images source : © Getty Images
प्यार का इज़हार करने की आदत डालें

आप दोनों के बीच में प्यार है, इस बात को जानने और महसूस करने व कराने की भी पूरी जरूरत होती है। अकसर हम सोच लेते हैं कि हमारा साथी जानता है कि मैं उससे कितना प्यार करता या करती हूं और उसे खुद समझना चाहिए फिर भले ही हम इसे दिखाएं या ना दिखाएं। लेकिन अगर आप एक अच्छा रिश्ता बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको अपने प्यार को जताना भी सीखना होगा। ध्यान रखें, तौहफे और सरप्राइज उम्र बढ़ते रिश्तों में जान डाले रखते हैं। Images source : © Getty Images