डेडलिफ्ट के हो सकते हैं नुकसान

आठ हज़ार पाउंड वजन उठाकर रोनी कोलमैन जो कि दुनिया में अभी तक के सबसे जबरदस्त बॉडी बिल्डर हैं, ने कमाल की बैकशेप बनाई और मिस्टर ओलंपिया का खिताब आठ बार जीता। बिल काजमैर जो कि सबसे मजबूत आदमी कहे जाते हैं, कहते हैं कि मजबूत बैक बनाने के लिये डेडलिफ्ट से बेहतर और कोई तरीका नहीं है। फाब्लेड स्ट्रेंथ कोच मार्क रिप्पेटोए कहते हैं, 'बशर्ते डेडलिफ्ट कमाल की बैक स्ट्रेंथेनिंग एक्सरसाइज है अधिकतर लोग इसे लगत तरीके से करते हैं, जिसकी वजह से ये उनके लिये हानिकारक साबित होती है'। चलिये जानें आखिर ऐसा क्यों होता है
डेडलिफ्ट स्क्वाट नहीं है

ध्यान रखें कि डेडलिफ्ट स्क्वाट नहीं होती है। तो इसे फुल स्क्वाच पोजीशन में शुरू करने की कोशिश न करें। इस में आपके कूल्हे ऊपर की ओर होने चाहिये, लगभग हाफ सक्वाट पोजीशन में, और शुरुआत में कंधों के किनारे बारबैल के भपर होने चाहिेये। अगर आप इसे लो पेस में शुरू करते हैं तो बारबैल शरीर से दूर रहेगी, जिससे आपकी बैक को बहुत नुकसान होता है। Images source : © Getty Images
बाइसेप्स की पोजीशन

कोच मार्क रिप्पेटोए कहते हैं कि डेडलिफ्ट करते हुए बैक इंजरी से ज्यादा बाइसेप्स टीयर का खतरा होता है। तो डेडलिफ्ट करते हुए हाथों की पोजीशन का बेहद खास खयाल रखना होता है। ऐसा कर आप इंजरी के जोखिम को कफी टाल सकते हैं। Images source : © Getty Images
ग्लब्स की अहमियत

ग्लब्स पहनने से न सिर्फ पॉर्मेशन बेहतर होती है, बल्कि इससे बार मोटी बनती है और बेहतर ग्रिप मिल पाती है। यह जानना कि बारबैल कहां है, डैडलिफ्ट करने में बेहद सहायक होता है। मार्क कहते हैं कि ग्लब्स का भी ध्यान रखना चाहिये, वरना इससे ग्रिप कमज़ोर पड़ सकती है और एक्सरसाइज खराब हो सकती है। Images source : © Getty Images
स्टैटिक स्ट्रेचिंग से नुकसान

साइंस ये साबित कर चुकी है कि स्‍टैटिक स्ट्रेचिंग, वर्कआउट से पहले की स्ट्रेंथ और ताकत को खराब करती है। सबसे अच्छा तरीका है कि आप लाइट वार्म अप करें, जिसके लिये हल्के वेट के साथ डेडलिफ्ट कर वर्मअप करने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है। Images source : © Getty Images