क्यों न फेंके आलू के छिलके

आलू ऐसी सब्जी है जिसका प्रयोग सभी तरह के सब्जियों में किया जा सकता है, कई सबिज्यां तो ऐसी हैं जो आलू के बिना बन ही नहीं सकतीं। रोज प्रयोग की जाने वाली सब्जी आलू के बारे में अधूरी जानकारी होने के कारण इसके फायदों से हम मरहूम रह जाते हैं, क्योंकि हम आलू का प्रयोग छिलका उतारक करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आलू का छिलका उसके गूदे से भी अधिक फायदेमंद है। इस स्लाइडशो में हम आपको बता रहे हैं आलू का छिलका कितना अधिक फायदेमंद होता है।
गुणों की है खान

आलू के छिलके में इसके पल्प से ज्यादा यानी 7 गुना अधिक कैल्शियम और 17 गुना अधिक आयरन होता है। इतना ही नहीं अगर आप आलू से छिलका निकाल देते हैं तो आलू में फाइबर और दूसरे न्यूट्रीएंट्स की मात्रा 90 प्रतिशत तक कम हो जाती है। इसके छिलकों में बीटा किरोटीन होता है जो खाने को आसानी से पचने में मदद करता है और इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है।
वजन घटाये

हम ये जानते हैं आलू में स्टार्च होता है जिसका सेवन करने से वजन बढ़ता है, जबीकि अगर इसका सेवन छिलकों सहित किया जाये तो इससे वजन कम होता है। आलू के छिलकों में बहुत कम मात्रा में फैट और कोलेस्ट्रॉल और सोडियम होता है जो कि वजन कम करने में अहम भूमिका निभाता है। यानी अगली बार वेट लॉस डायट चार्ट बनायें तो उसमें छिलके वाला आलू जरूर डालें।
इम्यूनिटी को बढ़ाए

अगर शरीर की इम्यूनिटी मजबूत है तो सामान्य और खतरनाक बीमारियों के होने की संभावना न के बराबर होती है। आलू के छिलके में अत्यधिक मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है। इसके अलावा आलू के छिलके में बी कॉम्प्लेक्स विटामिन और कैल्शियम भी पाया जाता, इन तत्वों से भी इम्यूनिटी बढ़ती है।
कैंसर से बचाये

कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, इसलिए इससे बचाव के लिए ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जो इसका असर कम कर दे। आलू के छिलके में फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) होते हैं जो कि एंटीऑक्सीडेंट्स हैं और ये कैंसर से बचाव करते हैं। इसके अलावा, इसमें क्लोरोजेनिक एसिड पर्याप्त मात्रा में होता है जो कैंसर के लिए जिम्मेदार तत्वे कार्सिनोजेन (carcinogen) को बाइंड कर लेता है। इससे कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है।
कोलेस्ट्रॉल कम करे

शरीर में अगर बैड कोलेट्रॉल का स्तर बढ़ जाये तो दिल की बीमारियों सहित वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए चिकित्सक भी कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण रखने की सलाह देते हैं। आलू के छिलके में उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो कि एंटीऑक्सीडेंट्स, पोलिफेनल्स और ग्लाकोकेलॉइड्स के साथ मिलकर शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
ये गुण भी हैं

आलू के छिलकों में पोटैशियम होता है दिल के दौरे के जोखिम को कम करता है। इसके अलावा यह ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण में रखता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रण में रख टाइप 2 डायबिटीज से भी बचाता है। इसके अलावा इसका प्रयोग त्वचा के जलने पर भी कर सकते हैं। सौंदर्य को निखारने के लिए इसके छिलके का स्‍क्रब भी बना सकते हैं। तो अब आलू को छीलकर नहीं बल्कि छिलकों सहित खायें और खुद को बीमारियों से बचायें।Image Source : Getty