अस्पताल में छुट्टी लेने से पहले

किसी बीमारी के लिए अगर आपको अस्‍पताल में भर्ती होना पड़ रहा है और चिकित्‍सक ने आपकी चिकित्‍सा के बाद आपको डिस्‍चार्ज के लिए बोल दिया है तो यह खबर आपके लिए सुखदायक हो सकती है। लेकिन अस्‍पताल छोड़ने से पहले कुछ सवाल ऐसे हैं जिनके बारे में चिकित्‍सक से सलाह अवश्‍य ले लेना चाहिए, ताकि अगर भविष्‍य में कोई समस्‍या हो तो आप इसके बारे में कुछ हद तक सजग रहें। image source - getty images
कुछ मूल बातें

जरूरी नहीं आप‍ चिकित्‍सक से बीमारी को लेकर गहन बातें करें, कुछ मूल बातें भी हैं जिनका उत्‍तर आपको मिलना चाहिए। मसलन चिकित्‍सक से पूदें कि क्‍या यह उसके डिस्‍चार्ज होने का सही वक्‍त है और क्‍या वह आसानी से अपनी देखभाल घर पर कर सकता है? image source - getty images
रोग का निदान क्या है?

अगर आपकी सर्जरी हुई तो आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आपके रोग का निदान क्‍या है, इसके अलावा यह भी जानिये कि जब आप अस्‍पताल में आये तब क्‍या स्थिति थी और वर्तमान में क्‍या स्थिति है। image source - getty images
घर पर कैसे मदद मिलेगी?

अगर अस्‍पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी घर पर आपको नर्सिंग सुविधा कुछ दिनों के लिए मिलने वाली है तो उसके बारे में जानकारी कर लीजिए। चिकित्‍सक से यह भी पूछें कि क्‍या नर्सिंग सुविधा के अलाव चिकित्‍सक भी उसकी जांच के लिए घर पर विजिट करेंगे। image source - getty images
मेडिकल इन्श्योरेंस का कितना फायदा मिला?

अगर आपने कोई बीमा पॉलिसी ली है तो आपके बिल का भुगतान करते वक्‍त उस पॉलिसी ने कितनी सहायता दी। इसके अलावा यह भी जानिये कि क्‍या उस बीमा पॉलिसी का प्रयोग सही तरीके से किया गया है नहीं। क्‍योंकि बिल के भुगतान के दौरान अक्‍सर गड़बड़ी हो जाती है जिसे देखना बहुत जरूरी है। image source - getty images
क्या यह मेरे जाने का सही वक्त है?

अधिकतर मरीज अस्‍तपाल से घर जाने के लिए तैयार नहीं होते हैं जबकि अस्‍पताल को लगता है कि उनके डिस्‍चार्ज होने का यही सही वक्‍त है। अगर आपके साथ भी यह समस्‍या हो तो एक बार चिकित्‍सक से जरूर पूछिये कि क्‍या यह आपके जाने का सही वक्‍त है या नहीं। image source - getty images
क्या कुछ गलत तो नहीं है?

चिकित्‍सक से यह सवाल जरूर कीजिए कि क्‍या उपचार के दौरान किसी प्रकार की समस्‍या तो नहीं हुई और अगर हुई है तो क्‍या भविष्‍य में वह समस्‍या का कारण बन सकती है। अगर कोई छोटी सी भी समस्‍या है तो उसे नजरअंदाज बिलकुल भी न करें। image source - getty images
दवाओं का प्रबंधन कैसे करना है?

डिस्‍चार्ज होने के बाद सबसे ज्‍यादा समस्‍या होती है दवाओं के प्रबंधन में। अगर आपको एक दिन में कई तरह की दवायें विभिन्‍न समय पर लेनी हैं तो अक्‍सर आप दवाओं को लेने का सही वक्‍त भूल जाते हैं और उस समय पर गलत दवा खा लेते हैं। इससे आपकी समस्‍या बढ़ सकती है, इसलिए दवाओं के सेवन के बारे में अच्‍छे से जानकारी लीजिए। image source - getty images
किस प्रकार की थेरेपी की जरूरत होगी?

डिस्‍चार्ज होने के बाद कुछ मरीजों को नियमित रूप से फिजियोथेरेपिस्‍ट की जरूरत होती है। अगर आपको भी चिकित्‍सक ने फिजियो से थेरेपी कराने का सुझाव दिया है तो उसके बारे में भी सवाल कीजिए। image source - getty images
सक्रियता कितनी होनी चाहिए?

डिस्‍चार्ज होने के बाद शारीरिक सक्रियता आपके उपचार को आसान बनाती है, लेकिन इसके बारे में भी सावधानी बहुत जरूरी है। ऐसा बिलकुल न करें कि डिस्‍चार्ज होने के बाद 1 घंटे वर्कआउट करें। इसके लिए चिकित्‍सक से सलाह दीजिए और उसके निर्देशानुसार ही शरीर को सक्रिय बनायें। image source - getty images