प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण

प्रोस्‍टेट कैंसर केवल पुरुषों को होता है, क्‍योंकि प्रोस्‍टेट ग्रंथि पुरुषों में होती है। उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्‍टेट कैंसर के होने की संभावना बढ़ जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो दशकों में प्रोस्‍टेट कैंसर के मामले भारत सहित पूरे देश में बढ़ रहे हैं। कैंसर का यह प्रकार 60 से अधिक उम्र वाले पुरुषों के प्रोस्टेट ग्रंथि में होने की संभावना अधिक होती है। प्रोस्टेट ग्रंथि अखरोट के आकार की एक ऐसी होती है जो युरेथरा (पेशाब की नली) के चारों ओर होती है। इसका काम काम वीर्य में मौजूद एक द्रव पदार्थ का निर्माण करना है। अगर इसके लक्षण शुरूआती दौर में पता चल जाये तो इसे गंभीर होने से बचाया जा सकता है। Image Source - Getty Images
पेशाब करने में समस्या

पेशाब करने में समस्‍या ही प्रोस्‍टेट कैंसर के प्रमुख लक्षण है। प्रोस्‍टेट ग्रंथि बढ़ने के कारण पेशाब करने में परेशानी होती है। रात में बार-बार पेशाब जाना, अचानक से पेशाब निकल आना, पेशाब रोकने में समस्‍या, आदि लक्षण प्रोस्‍टेट कैंसर में दिखाई पड़ते हैं। अगर पेशाब करने में समस्‍या कई दिनों तक बनी रहे तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें, यह कैंसर हो सकता है। Image Source - Getty Images
टेस्टिकल्स में बदलाव

हालांकि टेस्टिकल्‍स में बदलाव टेस्टिकुलर कैंसर का संकेत हो सकता है। लेकिन प्रोस्‍टेट ग्रंथि में ही टेस्टिक्‍स होते हैं जो प्रोस्‍टेट कैंसर के कारण बदल सकते हैं। अगर आपके टेस्टिकल्‍स का आकार बढ़ रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें। इसके आलाव टेस्टिकल्‍स में किसी भी तरह का बदलाव प्रोस्‍टेट कैंसर से संबंधित हो सकता है। अपने टेस्टिकल्‍स की नियमित रूप से जांच कीजिए, टेस्टिकल्‍स की जांच आप स्‍वयं कर सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार का बदलाव दिखे तो इसकी जांच करायें। Image Source - Getty Images
खून निकला

प्रोस्‍टेट कैंसर के कारण पेशाब के साथ खून भी आयेगा, इसके अलावा मल के साथ भी खून निकल सकता है। प्रोस्‍टेट कैंसर के अलावा कोलेन, किडनी, ब्‍लैडर कैंसर में भी खून निकलता है। लगातार खून का निकलना भी कैंसर का लक्षण हो सकता है। अगर कैंसर है तो इसके कारण खून मलाशय के द्वारा बाहर निकलता है। हालांकि यह समस्‍या 50 की उम्र के बाद होती है, लेकिन वर्तमान लाइफस्‍टाइल के कारण यह किसी भी उम्र में हो सकती है। Image Source - Getty Images
त्वचा में बदलाव

अगर शरीर के किसी भी हिस्‍से की त्‍वचा में किसी भी प्रकार का बदलाव हो तो चिकित्‍सक से संपर्क कीजिए। त्‍वचा में असामान्य रूप से परिवर्तन होना कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। अगर किसी व्यक्ति की त्वचा बेवजह सांवली या काली पड़ने लगी हो तो इसे नजअंदाज न करें। त्वचा का पीला पड़ना भी प्रोस्‍टेट कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। Image Source - Getty Images
दर्द होना

अगर आप बहुत काम करते हैं और देर तक कुर्सी पर बैठते हैं तो कमर, पीठ आदि जगह दर्द होना सामान्‍य है। लेकिन बिना किसी समस्‍या के शरीर के किसी भी हिस्‍से में लगातार दर्द होना कैंसर का लक्षण हो सकता है। अगर लगातार पीठ में दर्द हो रहा हो तो यह कोलोरेक्‍टल या प्रोस्‍टेट कैंसर का कारण हो सकता है। इसके अलावा कमर के आसपास की मांसपेशियों में भी दर्द होता है। इससे नजरअंदाज न करें। Image Source - Getty Images
वजन कम होना

अगर बिना किसी कारण के आपका वजन कम हो रहा है तो कैंसर का शुरूआती लक्षण हो सकता है। वजन कम करने वाले किसी प्रयास के बिना ही शरीर का वजन 10 पौंड से ज्यादा कम हो जाये तो इसे कैंसर के प्राथमिक लक्षण के रूप में देखा जा सकता है। कैंसर होने के बाद खाना अच्‍छे से नहीं पचता और पाचन क्रिया भी सही तरीके से काम नहीं करती है, जिसके कारण शरीर का वजन कम होने लगता है। Image Source - Getty Images
थकान और बुखार

प्रोस्‍टेट कैंसर होने पर व्‍यक्ति के शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिसके कारण शरीर बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है। सामान्‍य से फ्लू का भी बचाव शरीर नहीं कर पाता है। लगातार खांसी आना, बुखार होना, थकान की समस्‍या बने रहना, आदि प्रोस्‍टेट कैंसर के शुरूआती लक्षण हैं। इसके अलावा व्‍यक्ति के मुंह में भी बदलाव होता है। Image Source - Getty Images