सावधान! पीसीओएस के खतरे को बढ़ाते हैं ये 5 फूड
क्या आप जानते हैं कि कुछ विशिष्ट फूड के सेवन से भी हार्मोन्स से संबंधित समस्या यानी पीसीओएस हो सकता है, अगर विश्वास नहीं हो रहा तो आइए जानें।

पीसीओएस (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) हार्मोन्स से संबंधित समस्या है, जो आपके अंडाशयों की कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है। और आजकल की अधिकांश लड़कियों को उनकी प्रजनन उम्र के दौरान होता है। मोटापे को इस बीमारी की बहुत बड़ी वजह माना जाता है क्योंकि अत्यधिक चर्बी से एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा का बढ़ना ओवरी में सिस्ट बनाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है और अत्यधिक वसायुक्त आहार, एक्सरसाइज की कमी और अनियमित जीवनशैली के कारण मोटापा बढ़ता है। इस स्लाइड शो में कुछ विशिष्ट फूड की सूची दी गयी है जिनके सेवन से पीसीओएस हो सकता है।

रेट मीट यानी मटन में सैचुरेटेड फैट्स होते हैं जो एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाते हैं जिससे वजन बढ़ने और पीसीओएस होने की संभावना बढ़ जाती है।

शरीर में सूजन बढ़ना पीसीओएस होने का यह एक मुख्य कारण है। और प्रोसेस्ड फूड में मौजूद केमिकल्स, प्रिजर्वेटिव और एडिटिव चीजों के कारण शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिसके कारण शरीर में सूजन बढ़ती है।

सफेद चीनी की अधिक मात्रा का सेवन करने से शरीर में इन्सुलिन का स्तर बढ़ जाता है और इससे पीसीओएस होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अपने आहार में सफेद चीनी का इस्तेमाल कम से कम करने की कोशिश करें।

अति किसी भी चीज की बुरी होती है यहीं बात अल्कोहल पर भी लागू होती है। अधिक मात्रा में कॉफी के सेवन से पीसीओएस की संभावना बढ़ जाती है। कॉफी में मौजूद कैफीन एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाता है जो पीरियड्स के साथ-साथ महिलाओं की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है।

अल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन करने से हार्मोन्स में असंतुलन आने लगता है और इससे शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है। इससे महिलाओं में पीसीओएस की संभावना बढ़ जाती है।
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