नए मेहमान की खुशी

आजकल शादी के बाद लोग दो बच्‍चों के बारे में ही सोचते हैं, और ये जनसंख्या की दृष्टि से सही भी है। साथ ही महिला के स्वास्थ्य को देखते हुए दूसरे बच्चे की प्लानिंग पहले बच्चा होने के पांच-छह साल के बाद की करते हैं। ऐसे में बड़े बच्चे के पांच-छह साल बाद जब फिर से नये मेहमान की खुशखबरी के बीच सब मशरुफ रहते हैं तो घर का एक अहम सदस्य नजरअंदाज होते जाता है। इस अहम सदस्य को भूलने के बजाय इन तरीकों से इस खुशखबरी में शामिल करें।
उनके साथ बांटे खुशी

अपने बड़े बच्चे को बता दे कि उनका छोटा भाई या बहन आने वाला है। जिससे वो भी आपलोग के साथ उसका इंतजार करे और उसके आने पर उसे भरपूर प्यार दें।
'बड़ा' होने का मतलब बताएं

उन्हें बताएं कि वो भी अब दूसरों की तरह 'बड़ा' होने वाला है। कोई उससे भी छोटा इस घर में आने वाला है और आने वाली है उसके साथ तुम्हारी जिम्मेदारी भी। इससे आपका भी काम आसान हो जाएगा।
अकेले में मिलवाएं

डिलिवरी के बाद बड़े बच्चे को छोटे बच्चे से अकेले में मिलवाएं। इससे दोनों के बीच में आपसी समझ और प्यार का रिश्ता बनेगा। साथ ही बड़े बच्चे को अपनी इम्पार्टेंस भी फील होगी।
उन्हें संभालें

कई बार अभिभावक छोटे बच्चे का ख्याल रखने में बड़े बच्चे को भूल जाते हैं। इससे बीच-बीच में बड़ा बच्चा चिड़चिड़ा भी हो जाता है। ऐसे समय में उन्हें डांटे नहीं बल्कि समझाएं और उन्हें भी प्यार दें।
बड़े बच्चे को नजरअंदाज ना करें

आप अगर बच्चे को समझा रही हैं तो खुद भी समझाएं कि अब आपकी जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं जिसके लिए आपको खुद तैयार होना होगा। बड़े बच्चे के टाइम टेबल से कॉम्परामाइज ना करें। उन्हें भी पूरा समय दें और उनके भी अधिक से अधिक काम खुद करने की कोशिश करें।