पपीते के पत्ते

हम सभी जानते है कि डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों में पपीते के पत्ते का रस लाभकारी होता है। पर पपीते के पत्‍ते कई अन्य औषधीय गुणों से भी भरे हुए होते है। इसमें पेपेन,साइमोपेपेन, सिस्टेटिन, टोकोफेरोल, एस्कॉर्बिक एसिड, फ्लेवोनॉइड्स, साइनोजेनिक ग्लूकोसाइड्स आदि पाया जाता है । ये सभी तत्व एंटी इंफ्लैमेटरी एक्टीविटी से जुड़े हैं। यानी शरीर में होने वाले कोशिकाओं के विघटन या वायरस के दुष्प्रभाव को रोकने में प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।Image Source-Getty
कैंसर विरोधी गुण

इसमें कैंसर विरोधी गुण होते हैं जो कि इम्‍यूनिटी को बढाने में मदद करते हैं और सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्‍ट कैंसर, अग्नाशय, जिगर और फेफड़ों के कैंसर को होने से रोकते हैं।पपीते के पत्तों को पानी में उबालने के बाद छान कर पीने से बुखार और हृदय संबंधी रोग में आराम मिलता है।Image Source-Getty
संक्रमित रोग

इसके पत्तों को पीस कर इसका लेप करने से चोट के कारण आई सूजन और दर्द में आराम मिलता है, साथ ही गठिया में भी फायदेमंद होता है।इन पत्तों से तैयार किया गया मरहम कटने, जलने, त्वचा पर पडऩे वाले दाने या किसी कीड़े के डंक मारने पर राहत पहुंचाता है।पपीते की पत्‍तियों में 50 एक्‍टिव सामग्रियां होती हैं जो कि सूक्ष्मजीवों जैसे फंगस, कीड़े, परजीवी और कैंसर कोशिकाओं के विभिन्न अन्य रूपों को बढने से रोकती हैं।Image Source-Getty
सौंदर्य

पपीते के पत्तों में विटामिन सी और ए मौजूद होता है, जो कि त्वचा के लिए लाभदायक है।अगर चेहरे पर मुंहासे हैं तो सूखी पपीते की पत्‍ती ले कर उसे थोड़े से पानी के साथ मिक्‍स कर के पेस्‍ट बना लें। फिर इस पेस्‍ट को चेहरे पर लगा कर सुखा लें और फिर पानी से धो लें। इनके उपयोग से त्वचा साफ, स्वास्थ और दमकती रहती है।Image Source-Getty
सर्दी और जुखाम

सूखे पत्तों की चाय या काढ़ा बना कर पीने से पाचन संबंधी समस्याओं में लाभ मिलता है। इससे प्लेटलेट्स और वाइट ब्लड सेल्स भी बढ़ते हैं। यह मलेरिया से लड़ने में प्रभावकारी है। इन पत्‍तियों में सर्दी और जुखाम जैसे रोगों से लड़ने की शक्‍ति होती है। अगर आप पपीते के पत्‍ते की चाय पियेंगे तो आपके पेट की खोई हुई भूंख दुबारा वापस आ जाएगी।Image Source-Getty