वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स

आज अधिकतर लोग किसी और बीमारी की तुलना में मोटापे से अधिक ग्रस्त हैं। मोटापे के बाद ही सारी बीमारियां बढ़नी शुरू होती हैं। ऐसे में लोग मोटापे को कम करने के लिए कई बार वेट लूज इंजेक्शन और कैप्सूल इस्तेमाल करने लगते हैं। मोटापा कम करने के लिए खाना-पीना छोड़ना और डायटिंग पर रहना तक तो समझ में आता है लेकिन वेट लूज सप्लीमेंट्स लेना बिल्कुल गलत है। ऐसे में अगर आप वेट लूज सप्लीमेंट्स ले रहे हैं तो उनसे जुड़े ये सच जरूर जान लें।
वेट लूज ड्रग्स

मिथ- तुरंत वसा जलाकर मोटापा कम करता है। सच- अधिकतर लोग वेट लूज करने के लिए वेट लूज करने वाले ड्रग्स लेते हैं जिसमें क्रोमियम का इस्तेमाल किया जाता है। यह दवाई मधुमेह रोगियों को दी जाती है। ये शरीर के अंदर जाने पर आठ से दस मिनट के अंदर वसा जलानी शुरू कर देती है। जबिक आमतौर पर 20 मिनट तक वर्कआउट करने के बाद शरीर की वसा जलनी शुरू होती है, क्योंकि सबसे पहले कार्बोहाइड्रेट बर्न होता है। इसलिए अधिकतर लोग वर्कआउट से अधिक इस ड्रग्स को लेना पसंद करते हैं। जबकि ये ड्रग्स शरीर में पानी की कमी कर देते हैं, जिससे वजन जरूर कम होता है लेकिन शरीर में पानी की कमी से डीहाइड्रेशन भी हो जाता है।
एनाबोलिक स्टेरॉयड

मिथ- बॉडी को फिट रखता है और मशल्स बनाता है। सच- शरीर को फिट रखने और मशल्स व एब्स बनाने के लिए यूथ एनाबोलिक स्टेरॉयड ड्रग का आजकल अधिक उपयोग कर रहे हैं। यह ड्रग इंजेक्शन और कैप्सूल, दोनों तरह से ली जाती है। जबकि इस्तेमाल करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेनी जरूरी है। इसका असर जितनी जल्दी होता है उतनी ही जल्दी इसका साइड इफेक्ट भी होता है। अगर व्यक्ति इसका लगातार इस्तेमाल करता है तो उनके पुरुष मेल हार्मोस और प्रजनन क्षमता पर विपरीत असर पड़ता है। जिससे व्यक्ति नपुंसक भी हो सकते हैं।
ग्रीन टी

मिथ- मोटापा कम करने का बेहतर उपाय है ग्रीन टी। यह कैलोरी और वसा को जलाता है। सच- ग्रीन टी के बारे में सारी बातें सच है, लेकिन एक हद तक। यह तब तक फायदेमंद है जब तक की आप दिन में तीन कप से अधिक और खाली पेट इसे नहीं पीते। ग्रीन टी में ज्यादा मात्रा में कैफीन नहीं होता लेकिन जब आप इसे तीन कप से अधिक पीने लगते हैं तो इसमें मिली कैफीन की छोटी सी मात्रा आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने लगती है। इसकी अति से अनिद्रा, चिंता, चिड़चिड़ापन और शरीर में आयरन की कमी हो जाती है।
सप्लीमेंट्स हैं बैन

भारत में सरकार ने चुनिंदा सप्लीमेंट्स को ही बाजार में बेचने का अधिकार दिया है औऱ अन्य ड्रग्स को बैन किया हुआ है। इसके बाद भी बाजार में सप्लीमेंट्स और स्टेरॉयड्स का कालाधंधा अपने शीर्ष स्तर पर चालू है। इसलिए किसी भी ड्रग्स का इस्तेमाल करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। अगर इन ड्रग्स का इस्तेमाल कर भी रहे हैं तो सबसे पहले अपना ब्लड टेस्ट, हार्ट टेस्ट और अन्य टेस्ट करवा के उनकी रिपोर्ट के साथ विश्षज्ञ से मिलें और तब उनके निर्देशानुसार कोई सप्लीमेंट लें।