नहीं कर पाते हैं पूरा वर्कआउट

जब आप ओवरट्रेनिंग करते हैं तो आपका शरीर वो वजन भी नहीं उठा पाता जो सामान्य तौर पर आप उठा लेते हैं। यहां तक की अधिक जिम करने से शरीर में सामान्य स्टेमिना भी नहीं बचता जो आपको सामान्य तौर पर दौड़ने औऱ रोज के सामान्य काम करने में सहायक होता है। तो अगर कभी आप सामान्य दूरी भी चलकर पूरा नहीं कर पाएं तो समझ जाइए की आप जिम में ज्यादा ट्रेनिंग कर रहे हैं और यहां से आपको ब्रेक लेने की जरूरत है।
सुस्त रहना

ओवरट्रेनिंग इंसान को फिट रखने के बजाय सुस्त बना देता है। कई बार तो ट्रेनिंग इतनी अधिक ओवर हो जाती है कि रोजाना जिम जाने के दौरान आप एनर्जेटिक महसूस करने के विपरीत कमजोर और सुस्त महसूस करने लगते हैं। कई बार तो सुस्ती इतनी अधिक हो जाती है कि बार-बार आप खुद को जमाई लेने से रोक नहीं पाते।
वजन बढ़ना

ओवरट्रेनिंग करने के दौरान शरीर बहुत थक जाता है और उसे ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है। इस ऊर्जा की जरूरत को पूरा करने के लिए इंसान अधिक खाने लगता है। अधिक खाने और अधिक ट्रेनिंग करने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा हो जाता हैटेस्टोस्ट्रोन का स्तर कम और कार्टिसोल का स्तर ज्यादा होने लगता है जिससे प्रोटीन मेटाबॉलिज्म, इंसुलिन रजिस्टेंस, एपेटाइट और अन्य समस्याएं बढ़ने लगती हैं। इसके परिणाम में इंसान का वजन कम होने के बजाय बढ़ने लगता है।
अनिद्रा की समस्या

ट्रेनिंग अगर काफी अधिक हो जाती है तो रात में आप काफी रेस्टलेस महसूस करते हैं और आपको सोने में काफी दिक्कत होती है। दरअसल बहुत अधिक एरोबिक एक्सरसाइज करने से आपका सिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम हमेशा एक्साइटेड रहता है जिससे आप हमेशा रेस्टलेस महसूस करते हैं और आपको एक अच्छी नींद लेने में परेशानी महसूस होती है।
ज्वाइंट्स में रहता है दर्द

ओवरट्रोनिंग लेने या जिम में बहुत अधिक वर्कआउट करने की सबसे पहली निशानी है ज्वाइंट्स में हमेशा दर्द रहना। ज्वाइंट्स में दर्द ओवरट्रेनिंग के सबसे पहला संकेत हैं। बहुत अधिक वर्कआउट करने से कंधे, कलाई व घुटनों में हमेशा दर्द रहता है। अगर आप पहली बार अधिक वजन उठाते हैं तो शरीर में कई जगहों पर नीले निशान भी पड़ जाते हैं।