पिम्पल्स और आपकी सेहत

अधिकांश किशोर और वयस्‍क को पिम्‍पल्‍स की समस्‍या होती है। इसका कारण हार्मोंल परिवर्तन और बाह्य कारकों के कारण पिम्‍पल्‍स के आम कारण हैं। इस अप्रिय स्थिति का असर आपके आंतरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। चेहरा मानचित्रण की प्राचीन कला, स्‍थान पर आधारित मुंहासों की वास्‍तविक कारणों की पहचान में मदद करने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है। पिम्‍पल्‍स के असली कारणों का पता लगाकर आपको सही इलाज और उपचारात्‍मक कदम उठाने में मदद मिल सकती है।
माथे पर पिम्पल्स

माथे पर पिम्‍पल्‍स का कारण्‍ा पाचन में गड़बड़ी या आहार में पानी की कमी से टॉक्सिन का निर्माण होता है। इसलिए इससे बचने के लिए अपने आहार में एंटीऑक्‍सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ के साथ ग्रीन टी और पानी की भरपूर मात्रा को शामिल करें। इसके अलावा, सोडा और डेयरी उत्‍पाद का सेवन कम करें। image courtesy : getty images
आंखों के बीच और नाक से ऊपर पिम्पल्स

इस जगह पर पिम्‍पल्‍स होने का कारण लीवर से संबंधित होता है। खाने की गलत आदतें जैसे लगातार बाहर खाना, रात को देर से खाना या खाने में मक्‍खन, पनीर और क्रीम की अधिक मात्रा। इससे आपके शरीर को प्रभावी ढंग से खाद्य पदार्थों को हजम करने में परेशानी होती है जिससे आपके टोक्सिन निर्माण होने लगता है। इसलिए इस स्‍थान पर पिम्‍पल्‍स से बचने के लिए स्‍वस्‍थ और सक्रिय जीवन शैली के द्वारा अपने लीवर को स्‍वस्‍थ बनाये रखें। image courtesy : getty images
गाल पर पिम्पल्स

गालों पर पिम्‍पल श्वसन प्रणाली से संबंधित होते है। प्रदूषित हवा में सांस लेने के लिए आपके गालों पर पिम्‍पल्‍स होने का प्रमुख कारण है। धूम्रपान या निष्क्रिय धूम्रपान भी इसका मुख्य कारण माना जाता है। प्रदूषण इसके लिए एक और कारण है। इसके अलावा मोबाइल फोन का उपयोग भी पिम्‍पल्‍स का कारण बनता है। आपके मोबाइल पर एकत्र कीटाणुओं से गंदगी आपके चेहरे पर हस्तांतरित हो जाती है। हमेशा अपने मोबाइल को नियमित रूप से साफ करने की आदत डालें। image courtesy : getty images
ठोड़ी पर पिम्पल्स

ठोड़ी पर पिम्‍पल छोटी आंत से संबंधित होता है। अपने आहार से तले-भुने और मसालेदार भोजन की जांच कर आप अपने पाचन में सुधार कर सकते हैं। इसके अलावा, ऐसे खाद्य पदार्थों को अपने आस-पास न रखें जो आपके पिम्‍पल के लिए एक ट्रिगर के रूप में कार्य करते हैं। image courtesy : getty images
जबड़े की रेखा पर पिम्पल्स

कई महिलाएं मासिक धर्म के दौरान जबड़े की लाइन पर पिम्‍पल्‍स को नोटिस करती है। चेहरे का यह हिस्‍सा किसी के भी हार्मोन से संबंधित होता है। और किसी भी प्रकार का हार्मोनल परिवर्तन या असंतुलन पिम्‍पल्‍स का कारण माना जाता है। इस जगह पर पिम्‍पल्‍स की संभावना को कम करने के लिए पानी का भरपूर मात्रा में सेवन करें और पर्याप्‍त नींद लें। image courtesy : getty images
होठों के आसपास पिम्पल्स

होंठ के आसपास पिम्‍पल्‍स का मतलब पचान प्रणाली में गड़बडी होता है। अगर आप बदहजमी, पेट दर्द या कब्‍ज को बार-बार नोटिस करते हैं तो आप बहुत ही संवेदनशील और कमजोर है। आपको अपने स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में चिंतित होना चाहिए। अपने आहार में फाइबर युक्त भोजन को शामिल करें। और प्रत्‍येक भोजन के बाद ग्रीन टी का एक कप लें। image courtesy : getty images
नाक के आस-पास पिम्पल

अचानक से नाक के आस-पास बड़ा और सूजा हुआ पिम्‍पल का होना प्रजनन प्रणाली में परिवर्तन या अंडाशय के साथ जुड़ा हुआ हो सकता है। नाक पर पिंपल हृदय प्रणाली की समस्याओं का संकेत भी मिला है। दिल में विटामिन बी और प्रोटीन की कमी भी हो सकती है। आपकी त्‍वचा पोषक तत्‍वों और ब्‍लड सर्कुलेशन की कमी से ग्रस्‍त है। इस समस्‍या से बचने के लिए अपने आहार में विटामिन बी, हरी सब्जियों, फलों, मछली और साबुत अनाज की मात्रा को बढ़ाये। image courtesy : 2coolfishing.com