मॉइस्चराइजिंग घरेलू उपचार

त्‍वचा का रूखापन आपकी त्‍वचा को बेजान बना देता है। इस रूखेपन को दूर करने के लिए त्‍वचा को नमी की जरूरत होती है। अकसर हम यह मानकर बैठ जाते हैं कि ऑयली त्‍वचा को हाइड्रेशन की जरूरत नहीं होती। लेकिन, ऐसा नहीं है। नार्मल, ऑयली और सामान्य सभी प्रकार की त्‍वचा को नमी की जरूरत होती है। और साथ ही हर मौसम में सुंदर त्‍वचा पाने के लिए मॉइस्‍चराइजर आवश्‍यक होता है। नियमित रूप से मॉइस्चराइजर का उपयोग आपकी त्वचा की चमक और हाइड्रेट रखने में मदद करता है।हालांकि बाजार में कई प्रकार के मॉइस्‍चराइजर उपलब्‍ध हैं, लेकिन घरेलू उपायों द्वारा भी त्‍वचा को मॉश्‍चराइज किया जा सकता है। घर पर बने मॉइस्‍चराइजर में ताजा पोषक तत्‍व होते हैं। इनसे आपको बहुत बेहतर परिणाम हासिल होते हैं। image courtesy : getty images
कोकोनट मिल्क

कोकोनट मिल्क यानी नारियल का दूध त्वचा को मॉइस्चराइज कर उसे भीतर से पोषण देता है। कोकोनट मिल्क त्वचा के सबसे निचली परत तक जाकर नमी को वहीं लॉक कर देता है। यानी कोकोनट मिल्क के इस्तेमाल से कई घंटों तक आपकी त्वचा की नमी बरकरार रहती है। नियमित रूप से सुबह त्‍वचा पर इसे लगाने से शाम तक नमी बरकरार रहती है। image courtesy : getty images
मक्खन

प्राचीन काल से ही शीया बटर का इस्‍तेमाल मॉइस्चराइजर के रूप में होता आ रहा है। शीया बटर विटामिन 'ए' का समृद्ध स्रोत है। इसका कार्य त्‍वचा की ऊपरी परत पर पाये जाने वाले प्राकृतिक वसा की तरह होता है। यह विटामिन शुष्क त्वचा में नमी बनाये रखने के साथ एक्जिमा, डर्मेटाइटिस, सनबर्न और कीड़े के काटने जैसी समस्‍याओं को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह त्‍वचा के अनुकूल विटामिन 'एफ' से भरपूर होता है। इसमें फैटी एसिड भी होता है जो सामान्य कोशिकाओं की वृद्धि में सहायता कर आपकी त्‍वचा का जवां बनाये रखने में मदद करता है। image courtesy : getty images
जैतून का तेल

जैतून के तेल यानी ऑलिव ऑयल में आमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं। शरीर पर जैतून का तेल लगाने से शरीर से काले धब्बे समाप्त होते हैं। त्वचा में निखार आता है। जैतून का तेल में पाया जाने वाला लिनोलिक नामक एसिड त्वचा को प्राकृतिक रूप से नमी प्रदान करता है। यह लिपिड पानी में बाधा उत्‍पन्‍न कर त्‍वचा को नमी खोने को रोकता है। अध्ययन के अनुसार, जैतून का तेल एक प्रभावी मॉइस्चराइजर होने के साथ ही सोरायसिस, डर्मेटाइटिस और एक्जिमा जैसे त्वचा की समस्‍याओं को दूर करने में मदद करता है। इसके साथ ही जलने के घाव को जल्‍दी भरने में भी मदद करता है। image courtesy : getty images
ऐवकाडो

ऐवकाडो में वसा और विटामिन ए, डी और ई भरपूर होता है। विटामिन विशेष रूप से त्‍वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। ये त्‍वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करते हैं। ऐवकाडो में पाया जाने वाला तेल एमोलिएंट (त्‍वचा के लिए मुलायम प्रभाव) की तरह कार्य करता है। इसीलिए ऐवकाडो तेल का इस्तेमाल कई कॉस्मेटिक में भी किया जाता है। इसके अलावा यह झुर्रियों को कम करने में भी मदद करता है। image courtesy : getty images
शहद

शहद एक बेहतरीन मॉइस्चराइजर है, इसी कारण अधिकांश स्किन केयर प्रोडक्ट में शहद का इस्तेमाल किया जाता है। शहद त्वचा को नमी प्रदान करने के साथ त्वचा को सेहतमंद रखने में भी मदद करता है। कई एंटी-माइक्रोबायल और एंटी-ऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को भीतर से खूबसूरत करने का काम करते हैं। यह एक प्राकृतिक हुमेक्टैंट है, इसका मतलब इसमें त्वचा की ओर हवा से पानी के अणुओं को आकर्षित करने की क्षमता होती है। यह त्‍वचा को नमी युक्त रखने में मदद करता है। image courtesy : getty images
केला

आपका मनपसंद फल केला एक अच्छा मॉइस्चराइजर भी है। केले में विटामिन सी, ए, पोटैशियम, कैल्शियम, फास्फोरस व कार्बोहाइड्रेट्स भरपूर होते हैं, जो रूखी त्‍वचा से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ आपकी त्‍वचा के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। image courtesy : getty images
दही

दही त्‍वचा के लिए बहुत ही अच्‍छा मॉइस्‍चराइजर है। दही की एंटीऑक्सीडेंट विशेषता शुष्क त्वचा के लिए एक आदर्श घरेलू उपाय है। साथ ही इसमें मौजूद लेक्टिक एसिड रोमछिद्र को खोलकर उनके भीतर छिपी गंदगी को बाहर निकाल कर चेहरे को खूबसूरत बना देता है। image courtesy : getty images
बादाम का तेल

बादाम का तेल विटामिन ई और विटामिन ए का समृद्ध स्रोत है। इसकी अद्भुत खुशबू त्‍वचा के मॉइश्‍चराइजर की तरह काम करती है। बादाम का तेल ड्राई, ऑयली और नार्मल सभी तरह की त्‍वचा के लिए अच्‍छा होता है। यह तेल हल्‍का होने के कारण आसानी से आपकी त्‍वचा में समा जाता है। image courtesy : getty images
ऐलोवेरा

यह अनोखा और शक्तिशाली प्राकृतिक मॉश्‍चराइजर है और त्वचा की खोई नमी को वापस लाने में आपकी मदद करता है। डैड स्किन सैल्स को मुलायम कर त्वचा को नर्म और चमकदार रखने में भी यह बेहद सहायक है। ऐलोवेरा में मौजूद एंटी-ऑक्सीडैंट गुण के अलावा कोशिकाओं को फिर से नया करने के प्रक्रिया को भी बढ़ाता है। इसके अलावा यह त्‍वचा की विभिन्‍न समस्‍याओं जैसे एक्जिमा, सोरियोसिस में औषधि की तरह काम करता है। image courtesy : getty images