जौ के फायदे

वैसे तो जौ एक अनाज है। लेकिन अगर हम इसके फायदे के बारे में बात करें तो शायद उंगलियों में गिन नहीं पाएंगे। जौ ऐसा अनाज है जिसके सेवन से हमारे शरीर को कई पोषक तत्व तो मिलते ही हैं साथ ही हैं साथ ही ये हमें कई बीमारियों से भी बचाता है। जौ, गेंहू की ही जाति का एक अनाज है। लेकिन ये गेंहू की अपेक्षा हल्का और मोटा अनाज है। जौ में मुख्य रूप से लेक्टिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, फास्फोरिक एसिड, पोटेशियम और कैल्शियम उपलब्ध होता है। आइए जानते हैं जौ के 5 बड़े फायदें।
गर्भपात

जिन लोगों को गर्भपात होता है उनके लिए जौ अमृत से कम नहीं हैं। इसके सेवन से गर्भपात की समस्या दूर होती है। जौ के आटे को घी और ड्राई फ्रूट के साथ मिलाकर लड्डू बना कर खाया जा सकता है। इसके अलावा जौ का छना हुआ आटा, तिल और शक्कर के मिश्रण को शहद के साथ मिलाकर खाने से भी गर्भपात रुकता है।
पथरी

खराब और दूषित खानपान के चलते अधिकतर लोग पथरी की समस्या से परेशान रहते हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोग जौ को पानी में उबालें। इसे ठण्डा करने के बाद रोज 1 ग्लास पीएं। ऐसा नियमित करने से पेट की पथरी गलती है। इसके अलावा ऐसे लोग जौ की रोटी, धाणी और जौ का सत्तू भी ले सकते हैं।
डायबिटीज

डायबिटीज को अगर धीमी मौत कहें तो कुछ गलत नहीं होगा। ये बीमारी लोगों की लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है। इसके लिए कोई एलोपेथी दवा काम नहीं करती। इसलिए इस बीमारी से छुटकारे के लिए आपको हेल्दी डाइट लेने की जरूरत है। डायबिटीज के रोगी जौ के आटे की रोटी और सत्तू बनाकर खा सकते हैं। जौ के आटे में चने का आटा मिलाकर भी खाया जा सकता है।
मोटापा

लगभग 95 प्रतिशत लोग मोटापे की समस्या से परेशान रहते हैं। जौ के सत्तू और त्रिफले के काढ़े में शहद मिलाकर पीने से मोटापा समाप्त हो जाता है। इसके अलावा जो व्यक्ति कमजोर हैं वे जौ को दूध के साथ खीर बना कर खाने से मोटे हो जाते हैं।
रंग निखारना

जौ सिर्फ आंतरिक ही नहीं बल्कि बाहरी रूप से भी लाभकारी है। ये रंग को निखारने के लिए वरदान है। जौ का आटा, पिसी हुई हल्दी और सरसों के तेल को पानी में मिलाकर लेप बना लें। रोजाना शरीर में इसका लेप करके गर्म पानी से नहाने से रंग निखरता है।