दूसरों से तुलना

अपने पति ब्‍वाय फ्रेंड या घर के किसी अन्‍य सदस्‍य की तुलना भूलकर भी किसी और के साथ न करें। ऐसी तुलना उन्हें कभी भी अच्छी नहीं लगेगी, बल्कि मामला बिगड़ सकता है। मायके वालों से की गई तुलना, तो निश्‍चित रूप से उनका मूड बिगाड़ेगी।
रहन-सहन

पुरूषों को अपनी जीवनशैली और रहन-सहन सबसे बेहतर लगता है। इसमें उन्‍हें किसी की टोका-टाकी बिल्‍कुल भी पसंद नही है। बाथरूम में बैठकर आखबार किताबें पढ़ना हो या हर थोड़ी-थोडी देर पर चाय, सिगरेट पीना हो। इस तरह की तमाम कई बुरी आदतें होती हैं, जिसमें पुरूष दखलअंदाजी पसंद नही करते हैं। अगर इन्‍हें सुधारना ही है तो धैर्य से समझाइए।
ड्राइविंग सेंस

ड्राइविंग के मामले में पुरूष खुद को सबसे बेहतर मानते हैं। अगर उन्‍हें ड्राइविंग को लेकर कोई सलाह देता है तो उन्‍हें ये बात बुरी लग सकती है, क्‍योंकि पुरुषों को हमेशा अपनी ड्राइविंग सेंस पर ज़्यादा ही फक्र होता है, कि उनकी ड्राइविंग बेहतर व सुरक्षात्मक है।
पैसों को लेकर

रुपए-पैसों के मामले में हमेशा पुरुष अपनी आमदनी को अपने हिसाब से ख़र्च करते हैं और सही भी मानते हैं। वो सही हैं या ग़लत इस पर किसी भी प्रकार की राय ख़ासकर पत्नियों की सलाह या टिप्पणी उन्हें बिल्‍कुल भी पसंद नही है। अगर कोई बार-बार उनसे हिसाब किताब करता है तो पुरूषों के अहम को चोट पहुंचती है।
दोस्तों की खिलाफत

यदि इनके चहेते मित्रों के बारे में आपने कुछ भी निगेटिव कह दिया, तो मुश्किल में पड़ सकती हैं। भले ही आपका सिक्‍स सेंस दोस्‍तों की क़ाबिलियत या चरित्र पर शंका का संकेत दे रही हो। भले ही आपको लग रहा है कि वो मतलबी व चमचे हैं, लेकिन याद रखिए संगी-साथियों की आलोचना से पुरुष का मूड बिगड़ सकता है, तो कमेंट न करना ही बेहतर है।