औषधीय गुणों से भरपूर है स्टीविया
स्टीविया की पत्तियों में चीनी से तीन सौ गुना अधिक मीठा होता है। इसी मिठास के कारण इसे हनी प्लांट भी कहा जाता है। क्या आप स्टीविया से परिचित हैं, अगर नहीं तो हम आपको इसके बारे में बताते हैं। हैं।

स्टीविया जिसे मधुरगुणा के नाम से भी जाना जाता है। इसमें डायबिटीज को दूर करने के गुण होते है। स्टेविया नाम की जड़ी बूटी चीनी का स्थान ले सकती है और खास बात ये कि इसे घर की बगिया में भी उगाया जा सकता है। यह शून्य कैलोरी स्वीटनर है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। इसे हर जगह चीनी के बदले इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे तैयार उत्पाद न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि दिल के रोग और मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए भी फायदेमंद हैं। स्टीविया न केवल शुगर बल्कि ब्लड प्रेशर, हाईपरटेंशन, दांतों, वजन कम करने, गैस, पेट की जलन, त्वचा रोग और सुंदरता बढ़ाने के लिए भी उपयोगी होती है। यही नहीं इसके पौधे में कई औषधीय व जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं।
Image Source : ingredientsnetwork.com

वैसे स्टीविया मूल रूप से जापान का पौधा है किंतु जैसे-जैसे इसकी खूबियों के बारे में पता चलता गया। वैसे ही वैसे इसकी व्यवसायिक खेती को बढ़ावा मिला। वहीं भारतवर्ष में भी कई राज्यों में इसकी खेती प्रारंभ हो चुकी है। स्टीविया शाकीय पौधा है। इसको खेत में उगाया जाता है और इसकी पत्तियों का उपयोग होता है। यह चीनी से तीन सौ गुना अधिक मीठा होता है, इसे पचाने से शरीर में एंजाइम नहीं होता और न ही ग्लूकोस की मात्रा बढ़ती है। आज के समय में स्टीविया का कई शुगर फ्री पदार्थो को बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाने लगा है।
Image Source : Getty

स्टीविया एक छरहरा सदाबहार शाकीय पौधा है। इसकी मिठास के कारण इसे हनी प्लांट भी कहा जाता है। इसका उपयोग हर्बल औषधि में डायबिटीज रोगियों के लिए टॉनिक के रूप में भी किया जाता है। स्टीविया पैंक्रियाज से इंसुलिन को रिलीज करने में अहम भूमिका निभाता है। यह इंसुलिन प्रतिरोध में वृद्धि, ग्लूकोज के अवशोषण को रोककर और अग्न्याश के स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर ब्लड शुगर को स्थिर करता है।
Image Source : i.livescience.com

आयुर्वेद चिकित्सकों के अनुसार स्टीविया से शुगर के अलावा मोटापे से भी निजात पाई जा सकती है। मोटापे के शिकार व्यक्तियों के लिए भी यह पौधा किसी वरदान से कम नहीं है। शुगर ही मोटापे का कारण बनती दिखाई दे रही है, यदि शुगर न भी हो और इसका सेवन किया जाए तो न ही शुगर होने की नौबत बन पाएगी और न ही मोटापा होगा। आज कैलोरी की समस्या भी काफी बढ़ने लगी है ऐसे में भले ही स्टीविया चीनी से अधिक मीठा हो किंतु इसमें ग्लूकोस की मात्रा न होने के कारण इससे कैलोरी के अनियंत्रित होने की संभावना नहीं रहती।
Image Source : Getty

ब्राजील में जर्नल एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, स्टीविया से हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों में रक्तचाप के स्तर को कम किया जा सकता है। हालांकि इसके परिणाम सामने आने में एक से दो साल लग जाते हैं। लेकिन इस रोग से ग्रस्त लोगों को हाई बीपी का रोकने के लिए अपने आहार स्टीविया को शमिल करना चाहिए। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और इसके जोखिम को कम करने के लिए अपने नियमित आहार में स्टेविया से बनी चाय लें।
Image Source : Getty

एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी इंफ्लेमेंटरी गुणों से भरपूर होने के कारण, स्टीविया मुंहासों और रूसी की समस्या से छुटकारा पाने में मदद करता है। इसके अलावा यह ड्राई और डैमेज बालों को ठीक करने के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है। बालों में ड्रैंडफ को दूर करने के लिए इसके स्टीविया के सत्त की कुछ बूंदों को शैम्पू में मिलाकर नियमित रूप से उपयोग करें। और मुंहासों की समस्या होने पर स्टीविया की पत्तियों को पेस्ट बनाकर इसे प्रभावित त्वचा पर लगाये या इसके सत्त को सीधा मुंहासों पर लगाकर, रातभर के लिए छोड़ दें। अच्छे परिणाम पाने के लिए इस उपाय को नियमित रूप से करें।
Image Source : Getty

स्टीविया में विशिष्ट संयंत्र ग्लाइकोसाइड की उपस्थिति, पेट के अस्तर में होने वाली जलन को दूर करने में मदद करता है। इस तरह से अपच और हार्टबर्न के उपचार में मदद करता है। अपच की समस्या से बचने के लिए स्टीविया की एक प्याली गर्म चाय ही काफी है। जबकि हार्टबर्न से बचने के लिए आपको स्टीविया से बनी ठंडी चाय पीनी चाहिए।
Image Source : Getty

स्टीविया में मौजूद रेटिनोइक एसिड नामक तत्व झुर्रियों को कम करने में मदद करता है। यह कोशिकाओं विशेष रूप से कोलेजन और इलास्टिन के टूटने में बाधा उत्पन्न कर काम करता है। इसके अलावा यह कोशिकाओं के जीवनकाल को भी बढ़ाता है। इसके स्किनकेयर लाभ पाने के लिए आप स्टीविया को नियमित रूप से इस्तेमाल की जाने वाली क्रीम में मिलाकर लगाये।
Image Source : Getty

हालांकि स्टीविया हमें कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता हैं, लेकिन कुछ शोधों कहते हैं कि इसके कुछ साइड-इफेक्ट भी होते हैं। इसमें पेट में सूजन, पहले से ही हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर का कम होना और हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों में ब्लडशुगर को कम करता है। इसलिए इन स्वास्थ्य जटिलताओं से बचने के लिए इसके इस्तेमाल से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
Image Source : competitor.com
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।