लम्बे बालों की चाह

सुन्‍दर और लम्‍बे बालों की चाहत हर महिला को होती है। और बालों को लम्‍बा करने के लिए उनकी उचित देखभाल जरूरी होती है। लेकिन बालों की सही देखभाल नहीं की जाएं, तो यह रूखे और बेजान होकर टूटने और झड़ने लगते हैं। लम्‍बे बालों पाने के लिए केवल ऊपरी देखभाल काफी नहीं है बल्कि आपको अपने खान-पान का भी ध्‍यान रखना होगा। आइए हम आपको बताते है ऐसे टिप्‍स जिनको अपनाकर आप अपने बालों को लम्‍बा और खूबसूरत बना सकती हैं।
बालों को कन्डिशन करें

अगर आप भी अपने बालों को लंबा करना चाहती हैं तो कंडीशनिंग करना अच्‍छा उपाय है। कंडीशनिंग करते समय यह ध्‍यान रखना होगा कि आपके बाल किस तरह के हैं और इनके लिए कौन सा कंडीशनर अच्‍छा रहेगा। इसके साथ ही महीने में कम से कम एक बार डीप कंडीशनर का भी उपयोग करें। यह बालों को मॉइस्चराइज करने और बेहतर बनाने में मदद करता है।
प्रोटीन का सेवन करें

बाल प्रोटीन से बने होते हैं, इसलिए अपने भोजन में प्रोटीन को शामिल करें। विटामिन के साथ ही स्वस्थ बालों के लिए आयरन और जिंक भी जरूरी हैं। कम मात्रा में ओमेगा-3 वसा बालों और त्वचा दोनों को पोषण देता है। प्लांट ऑयल्‍स भी बालों के लिए अच्छे होते हैं। संतृप्‍त वसा, ट्रैन फैटी एसिड और हाइड्रोजनीकृत वसा से बचें।
कम स्टाइलिंग, कम नुकसान

ब्‍लो ड्रॉयर या फ्लैट आयरन का इस्‍तेमाल बालों को नुकसान देता है। इनसे निकलने वाली हीट आपके बालों को झुलसा सकती है। इसलिए बालों को प्राकृतिक रूप से सुखाना ही बेहतर होगा। संभव हो सके तो बालों को कुछ देर के लिए खुला छोड़ दें और इन्‍हें खुद से सूखने दें। गीले बाल कमजोर होते हैं, इसलिए इनमें कंघी के प्रयोग से बचना चाहिए। ऐसा कोई भी स्‍टाइल बालों में न बनाएं जिससे बालों पर दबाव पड़ता हो। बालों में पिन और बैंड का उपयोग भी कम से कम करना चाहिए।
तनाव से बचें

तनाव या अत्यधिक भावनात्मक अलगाव का असर आपके शरीर पर पड़ता है। तनाव शरीर में सर्वाइवल मोड पैदा कर देता है। इस स्थिति में बालों की ग्रोथ रुक जाती है और शरीर केवल सर्वाइवल के लिए जरूरी चीजें पैदा करता है। एक अच्‍छी आहार योजना और स्वस्थ जीवन शैली आपके बालों को बढ़ाने में मदद करती हैं।
डॉक्टर से परामर्श

सिर में संक्रमण बालों के विकास को रोक देता है। इसी तरह, हार्मोनल असंतुलन भी बालों को प्रभावित कर सकता हैं। अगर आपको लग रहा हैं कि आपके बालों के विकास पर असर पड़ रहा है तो यह स्वास्थ्य संबंधी समस्‍याओं के कारण हो सकता है। ऐसा होने पर चिकित्‍सक से परामर्श कर अपनी समस्‍या का हल निकालें।