सेहत और सौंदर्य के लिए बरगद

बरगद भारत का राष्ट्रीय वृक्ष है। बरगद को वट वृक्ष भी कहा जाता है, क्योंकि यह पेड कभी नष्ट नहीं होता है। बरगद का वृक्ष घना एवं फैला हुआ होता है। वट वृक्ष हमारे धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। साथ ही यह पर्यावरण की दृष्टी से भी महत्वपूर्ण है। इसकी जड़ें मिटटी को पकड़ के रखती है और पत्तियां हवा को शुद्ध करती है। बरगद की तासीर ठंडी होती है जो कफ, पित्त की समस्या को दूर कर रोगों का नाश करती है। सर्दी जुकाम और बुखार से लेकर यह डायबिटीज और त्वचा रोगों तक के लिए वट वृक्ष के पत्तों और जड़ों का प्रयोग फायदेमंद होता है।Image Source : Getty
उम्र के असर को करें बेअसर

बरगद की जड़ों में सबसे अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्‍सीडेंट गुण पाये जाते हैं। इन गुणों के कारण यह चेहरे पर बढ़ती उम्र की ओर ले जाने वाले कारकों के दूर करने में मदद करता है। चेहरे की झुर्रियों को दूर करने के लिए बरगद की ताजी जड़ों के सिरों को काटकर पानी में कुचल लें। फिर इसके रस को चेहरे पर लगाये। Image Source : Getty
दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद

बरगद में मौजूद एंटीबैक्‍टीरियल और एस्‍ट्रीजेंट गुणों के कारण इसकी जड़ों का प्रयोग ओरल समस्‍याओं के उपचार का बहुत ही प्राचीन तरीका है। बरगद की जड़ों को खाने या चबाने से दांतों संबंधी रोग जैसे मसूड़ों की बीमारी, दांतों का गिरना, मसूड़ों से खून आना दूर होने के साथ यह दांतों को साफ करने में भी मदद करता है। यह एक प्राकृतिक टूथपेस्‍ट है और सांसों की दुर्गंध को दूर करने में मदद करता है। Image Source : Getty
त्वचा के लिए बरगद

इसके कोपलों से बने पेस्‍ट को लगाने से बलगम झिल्ली के इलाज, सूजन और दर्द को दूर करने में अच्‍छी तरह से काम करता है। मुंहासों को दूर करने में भी मदद करता है। साथ ही वट की कोपलें चेहरे की कांति बढ़ाने का काम करती हैं। इसके पत्तों को तवे पर सेककर सहने योग्य स्थिति में फोड़ों या पिंपल्स के ऊपर बांधने से लाभ मिलता है। Image Source : Getty
डायरिया की समस्या से बचाये

छोटे ताजे पत्‍तों को पानी में भिगोकर लेने से डायरिया, पेचिश, गैस और पेट में जलन की समस्‍या को दूर किया जा सकता है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एस्ट्रिजेंट गुणों के कारण ऐसा होता है। डायरिया की समस्‍या होने पर बरगद के ताजे पत्‍तों में गुड़ और हरे धनिया के पत्‍तों को मिलाकर चबाने से फायदा होता है। Image Source : Getty
इम्यूनिटी बढ़ाने के गुण

अच्‍छी इम्‍यूनिटी स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत जरूरी है, क्‍योंकि इससे बीमारियों को दूर रखने में मदद मिलती है। बरगद के पेड़ की छाल में इम्‍यूनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं। इसके सेवन से आपको बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है। बड़ की छाल का काढा बनाकर प्रतिदिन एक कप मात्रा में पीने से आपकी इम्‍यूनिटी स्‍ट्रोंग होती है। Image Source : Getty
सर्दी जुकाम में लाभकारी

बरगद के छाल और पत्तियां में बहुत मजबूत एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं। यह सर्दी जुकाम और अन्‍य बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं। बरगद के कोमल पत्तों को छाया में सुखाकर कूट कर पीस लें। आधा लीटर पानी में एक चम्मच चूर्ण डालकर उबालें। जब चौथाई पानी शेष बचे तब उतारकर छान लें और पीसी मिश्री मिलाकर कुनकुना करके पियें। यह सर्दी जुकाम ठीक करने में मदद करता है। Image Source : Getty
जोड़ों के लिए लाभकारी

अध्‍ययन के अनुसार, बरगद के पत्‍तों का दूधिया रस एक अच्‍छा एंटी-इंफ्लेमेटरी है। आधुनिक स्टेरॉयड दवाओं के दुष्प्रभावों के बिना है यह गठिया, जोड़ों का दर्द, सूजन और लालिमा को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा बरगद के ताजे पत्तों को गर्म करके घावों पर लेप करने से घाव जल्द सूख जाते हैं।Image Source : Getty