पूरी जानकारी लें

स्तनपान यानि कि ब्रेस्टफीडिंग मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य से जुड़ी है। इसलिए कभी भी स्तनपान करवाना अचानक छुड़ाना मां व बच्चे दोनो की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए हमेशा इस बारे में डाक्टर या घर में मौजूद बड़े जानकारों से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। इससे स्तन में गाँठ, सूजन या ब्रेस्ट इंफेक्शन जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए धीरे-धीरे बच्चे को हल्के खाने के साथ दूध की मात्रा कम करते हुए सुनियोजित तरीके से दूध छुड़ाना शुरू करें। स्तनपान माँ एवं उसके बच्चे के बीच के सम्बन्ध को और गहरा बनाता है और यह एक एकदम से छुड़वाना दोनों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव भी डाल सकता है। स्तनपान छुड़ाने में धैर्य से काम लें।
6 महीने से ज्यादा का होना

अगर आपका बच्चा 6 महीने से ऊपर का हो चुका है तो उसे स्तनपान कराना कम कर दे। ऐसे में बच्चे की भूख बढ़ने लगती है। स्तनपान कराने के साथ साथ अन्य तरल पदार्थों को देना भी शुरू कर दें। इससे बच्चे को जरूरी पोषण भी मिलता रहेगा और स्तनपान को छुड़ाने में भी मदद मिलेगी। अगर आप बच्चे को दिन में 6 बार स्तनपान कराती है तो कम से कम 2 बार अन्य भोजन दे। 6 से 7 महीने पर बच्चों के दांत आना शुरू हो जाते है। तब आप स्तनपान के साथ साथ चबाने में आसान और सुपाच्य हो। बच्चे को विभिन्न स्वादों और प्रकारों से अवगत कराएं, ताकि उसे माँ के दूध के अलावा दूसरे तरह के भोजन में भी दिलचस्पी हो।
रात से करे शुरूआत

स्तनपान छुड़ाने की शुरूआत रात के समय से करें। दिन में अच्छे ये एक बार स्तनपान करा दें। रात में बच्चे के सोने से पहले उसे ठीक तरह से खाना खिलाए ताकि वह स्तनपान ना कर सके। रात में स्तनपान करना बच्चों की आदत होती है, ऐसे में उसे बहलाने की कोशिश करें। बच्चा जब 6 माह का होता है तो यह माँ का दूध छुड़ाने का सबसे सही समय होता है, इसके बाद भी यदि आप पिलाती हैं तो बच्चे के माँ का दूध पीने की अधिकतम उम्र डेढ़ वर्ष होती है।
क्या दे सकते है आहार

बच्चे को केला, गले चावल, उबली दाल,दूध के साथ खिचड़ी आदि खिलाना शूरू कर सकते है। सेब का छिलका उतार कर उसको मसल कर खिलाए। बच्चों की डाइट के बारे में एक बार डॉक्टर्स से भी जानकारी जरूर ले लें।
ये कारण भी जरूरी

अगर आप किसी तरह का मेडिकेशन ले रही है तो बेहतर है कि बच्चे का दूध जल्द से जल्द छुड़ा दे। क्योंकि स्तनपान के जरिए आपकी दवाई का प्रभाव बच्चे पर भी पड़ता है। साथ ही अगर आप नौकरी करती है तो भी आपको स्तनपान जल्दी बंद कराकर आहार देने की आदत डाले। ताकि आपकी अनुपस्थिति में बच्चा भूखा ना रहें।