गर्भपात का है खतरा

कच्‍चा पपीता आमतौर पर प्राकृतिक तरीके से अनचाहे गर्भ को खत्‍म करने में प्रयोग किया जाता है। हालांकि पका पपीता सुरक्षित विकल्‍प माना जाता है। लेकिन कच्‍चे पपीते में मौजूद लैटेक्‍स नामक पदार्थ से गर्भाशय के सिकुड़ने की संभावना बनी रहती है, जिसके कारण गर्भपात, समय से पहले प्रसव और यहां तक की गर्भ में पल रहे बच्‍चे को नुकसान पहुंच सकता है। यदि कच्‍चा पपीता प्रेगनेंसी के अंतिम चरण में खाया जाए तो लेबर पेन का भी खतरा रहता है।
पीलिया होने की है संभावना

जैसा कि आप जानते हैं कि पपीता खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन इसका अत्‍यधिक सेवन करना हानिकारक भी हो सकता है। इसमें पाया जाने वाला पपाइन और बीटा कैराटीन नामक पदार्थ शरीर में पीलिया और अस्‍थमा जैसी खतरनाक बीमारियां पैदा कर सकता है। दोनों ही पदार्थ पपीते में भारी मात्रा में पाए जाते हैं।
एलर्जी का डर

ज्‍यादा मात्रा में पपीता खाने से एलर्जी का भी डर बना रहता है। इसमें पाया जाने वाला लैटेक्‍स नामक पदार्थ एलर्जी की समस्‍या पैदा कर सकता है। ऐसे में पपीते का सेवन ज्‍यादा करने की बजाए सीमित मात्रा में किया जाए तो यह सेहत के लिए किसी औषधि से कम नही है।
किडनी में बन सकती है पथरी

एक पांच इंच लंबे पपीते में लगभग 60 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्‍सीडेंट की मौजूदगी आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कैंसर, हाइपरटेंशन, ब्‍लड वेसेल डिस्‍ऑर्डर से सुरक्षा करता है साथ असमय बुढापा आने से रोकता है। लेकिन अध्‍ययन से पता चलता है कि विटामिन सी के अत्‍यधिक सेवन से किडनी में पथरी की समस्‍या पैदा हो सकती है।
स्किन पर रेशैज होने का खतरा

पपीते में भारी मात्रा में मौजूद पपाइन नामक एंजाइम एंटीऑक्‍सीडेंट होने के साथ-साथ एंटी-एजिंग क्रीम का भी काम करता है, लेकिन यह हर तरह की स्किन के लिए सही हो यह जरूरी नही है। Image Source : Getty