औषधीय गुणों से भरपूर काली जीरी

काली जीरी एक औ‍षधि है, जो आकार में छोटी होती है। यह स्‍वाद में थोड़ी तीखी होती है, और इसकी तासीर गर्म होती है। काली जीरी जीरे के जैसी दिखती है, लेकिन इसका रंग काला होता है और आम जीरे से थोड़ी मोटी होती है। इसे आम भाषा में काली जीरी कहते है, लेकिन इसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसे क्‍या कहते हैं लेकिन काली जीरी स्‍वास्‍थ्‍य गुणों से भरपूर होती है। यह पेट की समस्‍याओं से लेकर शुगर और कोलेस्‍ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करती है। आइए इस अद्भुत औषधि के स्‍वास्‍थ्‍य लाभों की जानकारी लेते हैं।
कैंसर की रोकथाम

कैंसर की रोकथाम के लिए काली जीरी बहुत ही फायदेमंद होती है। काली जीरी में पया जाने वाला थाईमैक्वाइनो (thymoquinone) नामक तत्‍व कैंसर को विकसित करने वाले सेल्‍स को रोकने में मददगार होता है। यह बीज बिना किसी साइड इफेक्‍ट के सफलतापूर्वक कैंसर से लड़ने में सक्षम होता है। काली जीरी को आप सब्जी में छौंक लगाने के लिए इस्‍तेमाल कर सकते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज

शोधकर्ताओं ने पाया कि दो ग्राम काली जीरी का नियमित इस्‍तेमाल करने से ब्‍लड शुगर के स्‍तर को कम किया जा सकता है, इंसुलिन प्रतिरोध को कम और अग्नाशय में बीटा-सेल के काम को बढ़ाया जा सकता है। इसे भी पढ़ें : जीरे के स्वास्थ्य लाभ
मिर्गी में फायदेमंद

मेडिकल साइंस मॉनिटर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार ये काले बीज किसी अन्‍य इलाज की तुलना में बच्‍चों में मिर्गी की आवृत्ति को कम करने में बहुत प्रभावी होते हैं। काली जीरी में एंटी-ऐंठन गुण मौजूद होने के कारण ऐसा होता है। इसे भी पढ़ें : मिर्गी दूर करने के घरेलू उपाय
श्वास रोगों में फायदेमंद

काली जीरी श्‍वसन प्रणाली से संबंधित रोगों के उपचार जैसे अस्‍थमा, ब्रोंकाइटिस और सर्दी के लक्षणों को दूर करने वाला सबसे लोकप्रिय और प्रभावी उपचार है। Image Source : Getty