खेल का मानसिक स्वास्थ्य पर असर

आपका पसंदीदा खेल आपको आजीवन फिट रखने में मदद करता हैं। यह बात तो आप जानते हैं लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि खेल खेलना सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य लिए भी बहुत जरूरी है। यानी खेल खेलने का आपके शरीर और मन दोनों पर असर पड़ता है। लेकिन किसी भी खेल में भाग लेने के लिए आपको शारीरिक कौशल और मानसिक अनुशासन पर ध्‍यान केंद्रित करने की भी जरूरत होती है। अन्‍य किसी भी एक्‍सरसाइज की तरह खेल से न्‍यूराट्रांसमीटर जैसे एंडोर्फिन की रिहाई से आपको लाभ मिलता है, जो मूड को ठीक रखने में मदद करता है। इससे मस्तिष्‍क के कार्य में सुधार करने में मदद मिलती है। आइए खेल के मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर सकारात्‍मक प्रभाव के बारे में जानकारी लेते हैं।
दृष्टिकोण में सुधार

खेलों में भाग लेने से आपको तनाव कम करने में मदद मिलती हैं। यानि आप कम डिप्रेस होते हैं। एक रिसर्च टीम का नेतृत्‍व कर रहे पीएच.डी. माइकल बेबयक के अनुसार उदास लोग जिन लोगों ने 4 महीने के लिए खेल गतिविधियों में भाग लिया, अवसाद की दवा लेने वाले अन्‍य समूहों के लोगों की तुलना में उनमें बहुत कम अवसाद रिपोर्ट किया गया। अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्‍पोटर्स मेडिसिन के अनुसार अवसाद को कम करने के लिए आपको रोजाना खेल खेलने चाहिए।
तनाव दूर करें

जब आप शारीरिक रूप से सक्रिय होते हैं, तो आपका मन रोजाना होने वाले तनाव से विचलित नहीं होता है। और इससे आपको नकारात्‍मक विचार भी नहीं आते। खेलों के दौरान शरीर में तनाव हार्मोन के स्‍तर को कम करने और उसी समय में एंडोर्फिन के उत्‍पादन को बढ़ाने में मदद मिलती है। यह प्राकृतिक मूड तनाव और अवसाद को दूर रखता है। एंडोर्फिन से आपको अधिक रिलैक्‍स महसूस होता है और आप खेलों के मैदान कठिन मेहनत कर पाते हैं। दिसम्‍बर 2005 में अमेरिकन मनोरोग जर्नल में प्रकाशित लेख के अनुसार अगर आप बहुत जल्‍दी चिंतित हो जाते हैं और कम चिंतित महसूस करना चाहते हैं तो खेलों में भाग लेने की कोशिश करें।
स्वयं के प्रति अच्छे विचार

खेल खेलने से शारीरिक लाभ में वजन कम होना, मसल्‍स बनाने में मदद मिलना और बेहतर महसूस करना शामिल है, और ऐसा महसूस होने से आप स्‍वयं के प्रति भी अच्‍छा महसूस करते हैं। यानि आप खुद के प्रति अच्‍छे विचार रखने लगते हैं। एप्लाइड खेल मनोविज्ञान एसोसिएशन ने आधिकारिक तौर पर खेलों के मनोवैज्ञानिक लाभ के रूप में स्‍वयं के प्रति अच्‍छे विचार की धारणा को सूचीबद्ध किया है।
आत्मविश्वास में सुधार

जब आप कम उदास और चिंतित होते है तो आप खुद को अधिक सकारात्‍मक महसूस करते है और तब आपका आत्‍मविश्‍वास और भी बढ़ जाता है। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी हेल्‍थ सर्विस के अनुसार एथलिट लोगों की एनर्जी में वृद्धि होती है, जिससे उन्‍हें अपने दिन-प्रतिदिन के कार्यों में आसानी होती हैं। न्‍यूयॉर्क स्‍टेट डिपार्टमेंट ऑफ हेल्‍थ इको का बयान भी इससे मिलता जुलता है, यह दर्शाता है कि किसी को भी अपने आत्‍मविश्‍वास में सुधार लाने के लिए अपनी दिनचर्या में खेलों को शमिल करना चाहिए।
नींद की आदतों में सुधार

खेल और अन्‍य शारीरिक गतिविधियां, नींद की गुणवत्‍ता में सुधार करने में मदद करती है। खेल से आपको अच्‍छी और गहरी नींद आती है। और अच्‍छे तरीके से सोने से अगले दिन मानसिक दृष्टिकोण में सुधार होता है, साथ ही मूड में भी सुधार होता है। लेकिन ध्‍यान रहें कि देर रात तक खेलों मे संलग्‍न नहीं रहना चाहिए। सोने के कुछ घंटे पहले खेल खेलना आपकी नींद को बेहतर बनाता है। Image Source : Getty