साफ मना करें

मेट्रो या बस में बच्चों को देखकर उन्हें हर कोई छूने लगता है या उनके गाल टानने लगता है। हम ये नहीं कह रहे कि हर कोई बच्चे को गलत नियत से ही छूता है। लेकिन कई बार अनजाने लोग बच्चे के गाल टानने लगते हैं जिससे बच्चों को एलर्जी हो जाती है। क्योंकि आपको नहीं मालुम की जो लोग बच्चे को छू रहे हैं वे किस बीमारी से पीड़ित हैं या उनके हाथ साफ है कि नहीं। ऐसे में किसी को चाहे बुरा लगे या अच्छा। आप साफ कह दें कि मेरी बेटी को एलर्जी है और इसके गाल ना छुएं।
बहाना बनाएं की बच्चे को पसंद नहीं

अगर पड़ोस की आंटी या अंकल या कोई और जानने वाला आपके बच्चे को रोज कुछ ना कुछ खाने के लिए देता है जो कि आपको पसंद नहीं आता तो अपने बच्चे की पसंद का बहाना बनाएं और चीजें देने वाले परीचित से जाकर कहें कि मेरे बच्चे को ये चीजें पसंद नहीं है। तो आप ये सब चीजें खरीदने में अपने पैसे बर्बाद ना किया करें।
आप अपने बच्चे को खींच लीजिए

सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने के दौरान या सार्वजनिक जगहों पर कोई आपके बच्चे को चॉकलेट या कैंडी ऑफर करता है तो बच्चे को तुरंत अपने पास खींच लें। और अगर आपको लगे की कैंडी देने वाले या वाली शख्स को बुरा लग रहा है तो उस जगह पर चालाकी से काम लें और बोलें कि अ भी डॉक्टर ने इसे ढ़ेर सारी शक्कर और मीठी चीजों से दू रहने के लिए कहा है।
मॉम-सेंस का यूज़ करें

जब एक महिला मां बनती हैं तो उनके अंदर खुद ब खुद एक मॉम-सेंस आ जाता है जो उन्हें अपने बच्चों से जुड़ी सारी तरह की परेशानियों के बारे में खुद पता करने में मदद करता है। इसी मॉम सेंस के कारण माताओं को ये पता चलता है कि कब उनके बच्चे का पेट भर गया है और कब बच्चे को सोने की जरूरत है। ऐसे में जब भी आपको रेस्टोरेंट या शॉपिंग वाली जगहों पर किसी अपरीचित पर शक हो तो अपने बच्चे को उस से दूर कर लें।
बच्चे को ना कहना सिखाएं

अपरीचित व किसी भी तरह के अनजानी घटनाओं से बच्चों को बचाने के लिए बच्चे को ना कहना सीखाएं। ये बच्चों को दूसरों से बचाने का सबसे आसान तरीका है। बच्चे को कहीं पर भी ले जाते समय ये समझा कर निकलें कि बाहर अगर कोई खाने के लिए दे तो मना करें और कोई अपने पास बुलाएं तो तुरंत मां के करीब आ जाएं। साथ ही बच्चे को ये भी बताएं कि किसी को देखकर अभिवादन करना अलग बात है। लेकिन इसके बाद अगर कोई उन्हें छूने की कोशिश करे तो तुरंत मना कर दें।