बॉस को बतायें

प्रेग्‍नेंट होने के बाद आप ऑफिस का काम नही करना चाहती हैं तो इस बारे में सबसे पहले बॉस से डिस्‍कस करें। अपनी प्‍लांनिंग की जानकारी अपने बॉस को दीजिए। हो सके अपने सारे जरूरी प्रोजेक्‍ट पूरा कर लीजिए क्‍योंकि प्रेग्‍नेंट होने के बाद आपको काम करने का ज्‍यादा समय नही मिलेगा।
नियमित पोषणयुक्त आहार लें

प्रेग्‍नेंसी प्‍लांनिग करने के बाद अपनी दिनचर्या में परिवर्तन लाइए। इस दौरान आपको अपना ध्‍यान रखना पड़ेगा, काम से ज्‍यादा खुद को महत्‍व देने की जरूरत है। इसके लिए नियमित रूप से स्‍वस्‍थ्‍य और पोषणयुक्‍त आहार लीजिए। हरी पत्‍तेदार सब्जियां और फल ज्‍यादा मात्रा में लें, खाने में सलाद जरूर शामिल करें।
आरामदायक कपड़े पहने

अपने कपड़ों को ज्‍यादा प्राथमिकता दें, ऐसे कपड़े पहने जो आरामदायक हो और उससे आपके पेट पर बिलकुल भी दबाव न पड़े। इसके लिए ढीले कपड़ों का चुनाव करें। ढीले कपड़े पहनने से सांस लेने में दिक्‍कत नही होती है और तनाव भी नही होता।
सही ढंग से बैठिए

ऑफिस में काम के दौरान आप हमेशा कुर्सी पर होती हैं, इस दौरान आपका बैठने का पोस्‍चर सही होना चाहिए। ऐसी कुर्सी का चयन कीजिए जो आरामदायक हो। एकदम सीधे होकर बैठिए, अगर जरूरी हो तो पीठ और गर्दन को सहारा देने के लिए तकिये का प्रयोग कीजिए। इससे आप बैक और नेक पेन से बचेंगी।
समय-समय पर छुटि्यां लीजिए

प्रेग्‍नेंट होने के बाद नियमित रूप से आराम करने की जरूरत होती है। इसलिए लगातार पूरे महीने तक काम करने से बचिए। हो सके तो बीच-बीच में छुट्टियां लेते रहिए। इसके अलावा अगर आपको कमजोरी का एहसास हो तो जरूर छुट्टी लीजिए।
मैटर्निटी लीव्स

सभी कंपनियां प्रेग्‍नेंट महिला कर्मचारियों को मैटर्निटी लीव्‍स उपलब्‍ध कराती हैं। ऐसे में आप भी अपने अधिकारों का प्रयोग कीजिए। अपने कार्यालय की मैटर्नि‍टी लीव पॉलिसी को समझिए, इससे पहले जिस महिला ने यह पॉलिसी ले रखी हो उससे डिस्‍कस कीजिए और जब जरूरी हो मैटर्निटी लीव लीजिए।
अपने महत्व को जानिए

मैटर्निटी लीव 2-3 महीने की हो सकती है। कई महिलाएं डिलीवरी के बाद आफिस दोबारा ज्‍वॉइन नही करती हैं। इससे आपके ऑफिस पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए डिलीवरी के बाद दोबारा ऑफिस ज्‍वाइन कीजिए और पहले की तरह अपना बेस्‍ट करने की कोशिश कीजिए।