मानव शरीर से जुड़े तथ्य

इनसानी शरीर दुनिया की सबसे पेचीदा मशीन है। हमारे शरीर के बारे में कई ऐसी बातें हैं, जिनसे हम शायद ही वाकिफ हों। इस शरीर से जुड़े कई ऐसे तथ्‍य हैं, जो वाकई हैरान करने वाले हैं। आइए इस स्‍लाइड शो के जरिये इनसानी शरीर के बारे में कुछ रोचक बातें जानते हैं।
आंखों की कहानी

आंखों की खूबसूरती की कसीदे तो आपने बहुत सुने होंगे, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि हमारे यह हमारे शरीर का एकमात्र ऐसा अंग है जिसका आकार कभी नहीं बदलता। जन्‍म से लेकर मृत्‍यु तक इनसान की आंख का आकार एक समान रहता है। हालांकि, समय के साथ-साथ इसके लैंस का आकार जरूर मोटा होता जाता है। हां एक और बात हमारे कान और नाक मृत्‍यु पर्यंत बढ़ते रहते हैं।
दिमाग की पेचीदगी

मनुष्यों में मस्तिष्क को पूरी तरह से विकसित होने में करीब 25 वर्ष लगते हैं ज‍बकि फेफड़ों को पूरी तरह से विकसित होने में 18 से 22 वर्ष तक का समय लगता है।
नाखूनों की बात

महिलाओं के नाखूनों की तुलना में पुरूषों के नाखून तेज गति से बढ़ते हैं। ऐसा हार्मोंस के कारण होता है। साथ ही नाखून के बढ़ने की गति गर्मियों में अधिक तेज होती है क्योंकि शरीर द्वारा धूप का इस्तेमाल कर विटामिन डी बनाने से बढत तेज हो जाती है।
इतना बुरा नहीं कान का मैल

कान का मैल हमारे रक्षा तंत्र के लिए बहुत जरूरी होता है। यह कानों को कई प्रकार के बैक्‍टीरिया से बचाती है। हालांकि कुछ लोगों को यह बिल्‍कुल भी पसंद नहीं होती पर यह हमारे शरीर के लिए फायदेमंद ही होती है।
किडनियों के आकार में होता है अंतर

मनुष्‍य का दाई किडनी, बाएं किडनी से बड़ी होती है। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि बाएं किडनी के पास दिल होता है।
यह सेल है अनोखी

मोटर न्‍यूरोन्‍स मनुष्‍य के शरीर में सबसे लंबी सेल होती है। यह रीढ़ की हड्डी से शुरू होकर पैर के टखने तक जाती है और जिसकी लंबाई 4.5 फुट (1.37 मीटर) तक हो सकती है।
जबड़ा होता है सबसे तगड़ा

किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर हड्डियां ही सबसे अधिक टूटती हैं, परन्‍तु जबड़े की हड्डी इतनी मजबूत होती है कि उस पर कोई असर नहीं पड़ता है। यह लगभग 280 किलो वजन भी सहन कर सकती है।
भोजन नहीं नींद जरूरी

हमेशा से माना जाता है कि व्‍यक्ति खाएं बिना ज्‍यादा समय तक जिन्‍दा नहीं रह सकता। लेकिन इस बारे में यह तथ्‍य है कि व्यक्ति भोजन के बिना तो कई हफ्ते गुजार सकता है, लेकिन बिना पानी और नींद के एक सप्ताह निकालना भी मुश्किल हो जाता है।
सब जला देता है ये तेजाब

पेट में बनने वाला एसिड इतना तेज होता है कि वह रेजर ब्लेड को भी गला सकता है। इसीलिए पेट के अन्दर का अस्तर हर तीसरे-चौथे दिन बदल जाता है।